ताइवान की राष्ट्रपति ने दिया बड़ा बयान, चीन से द्वीप की लोकत़ांत्रिक गतिविधियों को खतरा
ताइवान ( Taiwan ) की जनता ने अपनी प्रथम महिला नेता साई को दूसरी बार राष्ट्रपति चुना है। साई ने अपनी जीत की घोषणा करते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘ताइवान दुनिया को दिखा रहा है कि हम जीवन के अपने लोकतांत्रिक तरीके का कितना आनंद उठाते हैं और हम अपने देश को कितना पसंद करते हैं।’बता दें कि मतदान के लिए सुबह आठ बजे से ही शुरू हुई थी, जो कि शाम चार बजे तक चली। मतदान खत्म होने के करीब चार घंटे बाद नतीजे घोषित किए गए।
राष्ट्रपति साई इंग-वेन की दूसरी बार सत्ता में वापसी
आपको बता दें कि इस बार के चुनाव में कई प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इसमें राष्ट्रपति साई इंग-वेन को उम्मीद थी वे दूसरी बार सत्ता में वापसी करेंगे और ऐसा ही हुआ। जबकि पूर्व राष्ट्रपति विलियम लाई भी साई के प्रतिद्वंदी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे थे।
लाई ने एक समय खुद को ताइवान का स्वतंत्र कार्यकर्ता घोषित किया था। मतदाताओं को रिझाने के लिए साई इंग-वेन ने अपने चुनावी प्रचार अभियान के दौरान खुद को लोकतंत्र के समर्थक के तौर पर पेश किया था।
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2 करोड़ मतदाता किया नए राष्ट्रपति के भाग्य का फैसला
बता दें कि ताइवान में नए राष्ट्रपति के भाग्य का फैसला देश के करीब 2 करोड़ मतदाताओं ने किया। ताइवान के केंद्रीय चुनाव आयोग के अनुसार, देश में 19.3 मिलियन (एक करोड़, 90 लाख, 30 हजार) योग्य मतदाता हैं।
ताइवान में 20 वर्ष की आयु से नागरिक मतदान करने के लिए पात्र हो जाते हैं। गौरतलब है कि चीन हमेशा से यह दावा करता रहा है कि ताइवान उसका अभिन्न हिस्सा है।
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