पाकिस्तान ने चेतावनी दी कि अगर भारत सिंधु जल संधि का उल्लंघन करता है तो इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अगर भारत सिंधु जल संधि का उल्लंघन करता है तो इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस्लामाबाद स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है। भारत की ओर से संधि के किसी भी तरह के उल्लंघन की स्थिति में उचित कार्रवाई की जाएगी।
रेडियो पाकिस्तान ने जकारिया का हवाला देते हुए बताया कि पाकिस्तान स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है। भारत ने इससे पहले सिंधु जल संधि की समीक्षा करने की इच्छा जतायी थी। जकारिया ने आरोप लगाया कि भारत कश्मीर में अत्याचारों और मानवाधिकार उल्लंघनों से ध्यान हटाने के लगातार प्रयास कर रहा है। एक सवाल पर उन्होंने दावा किया कि भारत ने 2016 में 100 से ज्यादा बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के उरी में आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के प्रति जवाबी कार्रवाई के तौर पर सिंधु नदी समझौते की समीक्षा पर विचार कर रहा है। भारत ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि इस संधि को जारी रखने के लिए ‘आपसी विश्वास और सहयोग’ बहुत महत्वपूर्ण है।
यह अंतरराष्ट्रीय जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच दो बड़े युद्धों और तमाम खराब रिश्तों के बीच भी बनी रही है। विशेषज्ञ इस बात पर एकमत नहीं हैं कि सिंधु नदी समझौते को तोड़ देना चाहिए या नहीं। करीब एक दशक तक विश्व बैंक की मध्यस्थता में बातचीत के बाद 19 सितंबर 1960 को समझौता हुआ था। संधि पर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल अयूब खान ने हस्ताक्षर किए थे।