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Thailand: राजशाही के खिलाफ दूसरे दिन भी लोकतंत्र समर्थकों का प्रदर्शन, पीएम का इस्तीफा देने से इनकार

locationनई दिल्लीPublished: Oct 16, 2020 10:21:22 pm

Submitted by:

Anil Kumar

HIGHLIGHTS

Thailand Protest Against Monarchy: आपातकाल लागू होने के बाद दूसरे दिन कई जगहों पर लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई।
2014 में तख्तापलट कर प्रधानमंत्री बने पूर्व आर्मी चीफ प्रयुत चान-ओ-चा ने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया।

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Thailand: Protest By Democracy Supporters Against Monarchy, PM Prayut Chan-o-cha Refuses To Resign

बैंकाक। थाइलैंड में राजशाही के खिलाफ लगातार दूसरे दिन भी व्यापक विरोध-प्रदर्शन ( Protest By Democracy Supporters Against Monarchy ) जारी रहा। आपातकाल लागू होने के बाद दूसरे दिन शुक्रवार को कई जगहों पर लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प देखने को मिला। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पानी की बौछार भी की। पूरे दिन देशभर में हालात तनावपूर्ण रहा।

इन सबके बीच 2014 में तख्तापलट कर प्रधानमंत्री बने पूर्व आर्मी चीफ प्रयुत चान-ओ-चा ( PM Prayuth Chan Ocha ) ने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। साथ ही प्रधानमंत्री प्रयुत ने प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं।

Thailand में लगा आपातकाल, लोकतंत्र समर्थकों ने राजशाही के खिलाफ ‘Three Finger Salute’ कर जताया विरोध

राजतंत्र-संविधान में सुधार और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर गुरुवार को व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। इसके मद्देनजर देशभर में आपातकाल लागू कर दिया गया था। लेकिन इसके बावजूद भी प्रदर्शनकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा।

दूसरे दिन हजारों की संख्या प्रदर्शनकारी जगह-जगह एकत्र हुए और विरोध जताया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव देखने को मिला। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए कई स्थानों पर रास्तों को बंद कर दिया गया।

रानी के काफिले पर किया गया हमला

प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को रानी के काफिले पर हमले किया। हमला करने वाले दो प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। राजशाही के खिलाफ आवाज उठाने वालों के खिलाफ थाइलैंड में कड़े सजा का प्रावधान है। इन प्रदर्शकारियों पर हिंसा करने का भी आरोप लगाया गया है। आपातकाल लागू होने के बाद एक जगह पर पांच से अधिक लोगों के जमा होने पर रोक है। बता दें कि यह आंदोलन मार्च में विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा शुरू किया गया था।

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प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया पर की अपील

राजशाही के खिलाफ थाइलैंड में लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया ( Social Media ) ट्वीटर और फेसबुक पर इस आंदोलन में शामिल होने के लिए लोगों से अपील की। सरकार ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पांच फेसबुक अकाउंट से लोगों से अपील की थी। अब सभी पर कार्रवाई की जा रही है।

इधर व्यापक प्रदर्शन को देखते हुए भी प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओ चा ने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया और प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इन प्रदर्शनों पर काबू पा कर अगले 30 दिन में आपातकाल को हटा लेंगे।

Thailand: लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं ने राजशाही के खिलाफ किया प्रदर्शन

इन सबके बीच मानवाधिकार संगठनों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की है। दूसरी तरफ प्रदर्शन के दूसरे दिन आज थाइलैंड के राजा महा वाजिरालोंगकोर्न का रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो संदेश टेलीविजन पर प्रसारित किया गया। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को अपने देश और राजसत्ता से प्यार करना चाहिए।

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