मगर अप्रैल अंत इन देशों में यह महामारी नहीं फैल सकी। वहीं कुछ ऐसे भी देश हैं जहां पर कोरोना के फैलने की सूचना नहीं मिली। उदाहरण के लिए, उत्तर कोरिया ने किसी भी कोरोनो वायरस के मामलों की रिपोर्ट नहीं दी है,जबकि यह चीन, रूस और दक्षिण कोरिया द्वारा सीमाबद्ध है। ऐसेे में कहा जा सकता है कि देश में संक्रमण की सूचनाओं को छिपाया भी जा सकता है।
कोरोना वायरस के प्रसार को देखकर कुछ रुझान देखे जा सकते हैं। एशिया में सीमाओं के पार संचरण की दो व्यापक लहरों का अनुभव किया। जबकि यूरोप में, कई देशों ने फरवरी के अंत से सप्ताह में मामलों की रिपोर्ट करना शुरू कर दिया। कोरोनो वायरस दोनों महाद्वीपों के माध्यम से तेजी से फैलने से पहले लैटिन अमेरिका और अफ्रीका जनवरी और फरवरी के लिए वायरस-मुक्त दिखे।
पांच देशों और क्षेत्रों ने मामलों की रिपोर्टिंग के बाद खुद को वायरस से छुटकारा दिलाया। ये एंगुइला, ग्रीनलैंड, सेंट बार्ट्स और सेंट लूसिया के कैरिबियाई द्वीप और यमन हैं। किसी ने भी मौतों की सूचना नहीं दी है या किसी भी वर्तमान में सक्रिय संक्रमण के बारे में नहीं बताया है।