इलाज को लेकर काफी घबरा जाता था अबुल पहले रिक्शा चलाकर जिंदगी का गुजारा करता था लेकिन जबसे उसे यह बीमारी हुई, वह काम करने में असमर्थ हो गया। उसकी बीमारी के बारे में पूरी दुनिया में बात होती है क्योंकि यह एक हैरान कर देने वाला मामला है जोकि बहुत कम सुनने में आता है। डॉक्टरों के अनुसार ट्रीटमेंट के बाद अबुल के ठीक होने की उम्मीद है। पहले किए इलाज के बाद भी उसके हाथों पर पेड़ की संरचना एक बार फिर वापस आ गई। उन्होंने बताया कि शुरूआती समय में वह अपने इलाज को लेकर काफी घबरा जाता था। एक दिन वह ढाका मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के स्टाफ को बिना बताए ही भाग गया।
बाजंदर के परिवार में उसकी पत्नी और बेटी है बाजंदर ने सोमवार को मीडिया को बताया कि पेड़ जैसी संरचना उसके हाथ पैरों के नए हिस्सों में भी बढ़ने लगी है, उसने हॉस्पिटल से भागकर गलती की लेकिन उसे आशा है कि डॉक्टर्स उसकी बीमारी को इस बार बिल्कुल ठीक कर देंगे। हॉस्पिटल के हेड प्लास्टिक सर्जन समंता लाल सेन के अनुसार बाजंदर की हालत खराब है,उसे और सर्जरी की जरूरत है। बाजंदर के परिवार में उसकी पत्नी और बेटी है। डॉक्टरों द्वारा उसका फ्री में इलाज चल रहा है। सरकार ने खुद उसके इलाज के लिए आदेश दिए हैं। बाजंदर का कहना है कि उसे पूरा भरोसा है कि एक दिन वह ठीक हो जाएगा।