स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, कॉक्स बाजार में मौजूद शरणार्थियों में पहले कोविड-19 (Covid-19) मामले की पुष्टि हुई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जो संक्रमित हुए हैं उन्हें क्वारंटाइन में रखकर इलाज किया जा रहा है। इन संक्रमित लोगों के संपर्क में म्यांमार (Myanmar) से भागने वाले कॉक्स बाजार के कैंप में करीब 10 लाख रोहिंग्या शरणार्थी हैं। रोहिंग्या शरणार्थी कैंप में बीते 14 मार्च से लॉकडाउन जारी है।
रोहिंग्या कैंप बड़ा खतरा शरणार्थी कैंपों को लेकर पहले से ही कई चेतनावनियां जारी हो चुकी हैं। रोहिंग्या शरणार्थी कैंप को लेकर जारी की गई इन चेतावनियों में साफ तौर पर खतरे की बात की गई थी। कॉक्स बाजार की परिस्थितियां कोरोना वायरस के फैलने को लेकर काफी खतरनाक जगह है। यह बेहद तंग और भीड़भाड़ वाला इलाका है। जहां कोरोना वायरस से बचने के उपायों का पालन कर पाना एक चुनौती है। कॉक्स बाजार में प्रति वर्ग किलोमीटर के दायरे में 40 से 70 हजार लोग रहते हैं। ऐसे में यहां पर कोरोना तेजी से फैल सकता है।