जेबी ने मचाई तबाही पश्चिमी जापान में जेबी ने जमकर कहर ढाया है। तूफान के चलते देश में जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जापान परिवहन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। लगभग 800 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। रेल सेवाओं को भी रोक दिया गया है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने कहा कि तोकुशिमा प्रांत में आने के बाद तूफान कोबे से गुजरने के बाद जापान सागर की ओर चला गया।
सार्वजनिक सेवाएं बंद जापान की सरकारी मीडिया के मुताबिक जापान में लोकल ट्रेनों और हाई-स्पीड रेल सेवाओं पर व्यापक असर पड़ा है। ओसाका-हिरोशिमा रेल सेवा को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। टोकाइडो शिंकनसेन और सान्यो शिंकनसेन बुलेट ट्रेन लाइनों को भी बंद कर दिया गया है। तूफान के इलकों से गुजरने वाले प्रमुख राजमार्गों के कुछ हिस्सों को भी बंद कर दिया गया है। कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है। तूफान प्रभावित इलाकों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। मशहूर यूनिवर्सल स्टूडियो ओसाका ने भी अपना कामकाज बंद कर दिया है।
200 किमी की रफ्तार से चली हवाएं तूफान जेबी की वजह से जापान के पश्चिमी इलाकों में 216 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार हवाएं चलीं। कंसाई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमान सेवाएं ठप्प हो गईं। तूफ़ान के चलते हुई भारी बारिश से बाढ़ आ गई है जिसके कारण 13,000 लोग कई इलाकों में फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि कंसाई प्रांत में लगभग 16.1 लाख घरों और शिकोकू प्रांत में लगभग 95,000 घरों की बिजली ठप हो गई है।
1993 के बाद सबसे शक्तिशाली तूफान जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने तूफान को बेहद शक्तिशाली तूफानों की श्रेणी में रखा है। इसे 1993 के बाद से जापान में दस्तक देने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान माना जा रहा है। बुधवार सुबह 6 बजे तक मध्य जापान में 500 मिलीमीटर और पश्चिमी जापान में 400 मिलीमीटर बारिश रेकॉर्ड की गई है।
राहत और बचाव कार्य जारी जापान के पीएम शिंजो एबे ने तूफान प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य समय पर पहुंचाने का वादा किया। उन्होंने जनता से निकासी आदेश, और चेतावनी दिशा-निर्देश सुनने और जरूरत पड़ने पर जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों की ओर जाने का आग्रह किया।