रोजमर्रा के खर्चों के लिए मांगी गई थी इजाजत
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में हाफिज के भूखे रहने के लाले पड़ गए थे, जिसके बाद पाकिस्तानी सरकार ने उसके लिए यूएन (UN) में गुहार लगाई। पाकिस्तान की गुहार पर संयुक्त राष्ट्र की समिति ने रोजमर्रा के खर्चों के लिए हाफिज सईद को अपने खाते का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है।
पाकिस्तान ने क्या लिखा था अर्जी में?
आपको बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने यूएन में एक अर्जी दाखिल की थी, जिसमें लिखा था कि हाफिज सईद पर उसके परिवार की जिम्मेदारी है। वो अपने परिवार में शामिल कुल 4 सदस्यों का सभी तरह का खर्चा उठाता है। ऐसे एक गार्जियन होने के नाते उसे अपने परिवार के लिए खाने-पीने की चीजें और कपड़े खरीदने होते हैं। इसके लिए उसे अपने पैसे इस्तेमाल करने का हक दिया जाए। यूएन में पाकिस्तान की इस मांग को मान लिया गया है।
हाफिज पर भारत के फैसले का अमरीका ने भी किया था समर्थन
आपको बता दें कि मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद इससे पहले वैश्विक आतंकी घोषित हुआ था। इसी महीने की शुरुआत में भारत ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून (UAPA) बिल के तहत मौलाना मसूद अजहर, हाफिज सईद के अलावा जकी उर रहमान लखवी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम जैसे 4 बड़े आतंकियों को वांटेड आतंकी घोषित किया था। भारत के इस फैसले का अमरीका ने भी समर्थन किया था, लेकिन इसके बावजूद भी हाफिज सईद पाकिस्तान में खुली सांस ले रहा है। पाकिस्तान सरकार ने उसे कई तरह की सुविधाएं मुहैया करा रखी हैं। वहीं कुछ ही दिन पहले पाकिस्तानी सरकार ने हाफिज को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया।