तानाशाह ने किया हाइड्रोजन बम का परीक्षण
हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण करने के बाद से नॉर्थ कोरिया लगभग 2 महीने से शांत बैठा हुआ था, लेकिन बुधवार को एक बार फिर से नॉर्थ कोरिया ने दुनिया भर के देशों खासकर अमरीका और जापान में हलचल मचा दी है। दरअसल, उत्तर कोरिया ने बुधवार को एक बार फिर से अपना सबसे शक्तिशाली बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च किया है। उसने इस मिसाइल का सफल परीक्षण जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में किया है।
हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण करने के बाद से नॉर्थ कोरिया लगभग 2 महीने से शांत बैठा हुआ था, लेकिन बुधवार को एक बार फिर से नॉर्थ कोरिया ने दुनिया भर के देशों खासकर अमरीका और जापान में हलचल मचा दी है। दरअसल, उत्तर कोरिया ने बुधवार को एक बार फिर से अपना सबसे शक्तिशाली बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च किया है। उसने इस मिसाइल का सफल परीक्षण जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में किया है।
दक्षिण कोरिया ने भी दागी मिसाइल
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी मिसाइल टेस्ट किया है। दक्षिण कोरिया की आर्मी ने इस बात की पुष्टि की है। अधिकारियों ने कहा कि मिनटों के भीतर ही उत्तर कोरिया के मिसाइल टेस्ट के जवाब में मिसाइल फायर की गई है।
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी मिसाइल टेस्ट किया है। दक्षिण कोरिया की आर्मी ने इस बात की पुष्टि की है। अधिकारियों ने कहा कि मिनटों के भीतर ही उत्तर कोरिया के मिसाइल टेस्ट के जवाब में मिसाइल फायर की गई है।
फिर से पैदा हुई युद्ध की स्थित
नॉर्थ कोरिया के इस परीक्षण से अमरीका इसलिए चिंतित हुआ है, क्योंकि इस बैलिस्टिक मिसाइल ने वॉशिंगटन और पूर्वी अमेरिका के समुद्री तट को भी प्रभावित किया है। हर बार की तरह इस बार भी अमरीका ने उत्तर कोरिया के इस सफल परीक्षण का कड़ा विरोध किया है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने नॉर्थ कोरिया के इस परीक्षण का कड़ा विरोध किया है। इसी के साथ अमरीका और उत्तर कोरिया के बीच एक बार फिर से युद्ध की स्थिति पैदा हो गई है।
नॉर्थ कोरिया के इस परीक्षण से अमरीका इसलिए चिंतित हुआ है, क्योंकि इस बैलिस्टिक मिसाइल ने वॉशिंगटन और पूर्वी अमेरिका के समुद्री तट को भी प्रभावित किया है। हर बार की तरह इस बार भी अमरीका ने उत्तर कोरिया के इस सफल परीक्षण का कड़ा विरोध किया है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने नॉर्थ कोरिया के इस परीक्षण का कड़ा विरोध किया है। इसी के साथ अमरीका और उत्तर कोरिया के बीच एक बार फिर से युद्ध की स्थिति पैदा हो गई है।