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मुशर्रफ क्‍यों देते रहते हैं भारत विरोधी बयान, कहीं देशद्रोह से बचने की तरकीब तो नहीं

locationनई दिल्लीPublished: May 26, 2018 09:24:37 pm

Submitted by:

Mazkoor

मुशर्रफ ने कहा कि अमरीका को जब पाकिस्‍तान की जरूरत होती है तभी वह उसके पास आता है और नहीं तो साथ छोड़कर भारत के साथ हो जाता है खड़ा।

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मुशर्रफ क्‍यों देते रहते हैं भारत विरोधी बयान, कहीं देशद्रोह से बचने की तरकीब तो नहीं

इस्लामाबाद : पाकिस्‍तान के सेनाध्‍यक्ष और राष्‍ट्रपति रह चुके परवेज मुशर्रफ अक्‍सर भारत विरोधी बयान देते रहते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि खुद उनके देश में उन पर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। और उन्‍हें इससे बचने की एकलौती उम्‍मीद की किरण इस बात में नजर आती है कि पाकिस्‍तानी जनभावनाओं को उभार कर वह वहां के लोगों का समर्थन अपने पक्ष में हासिल कर सकते हैं। उन्‍हें यह उम्‍मीद भी दिख रही है कि अगर जनसमर्थन उनके पक्ष में खड़ा होता है तो संभव है कि पाकिस्‍तानी अदालत पर दबाव बने और उन्‍हें देशद्रोह के आरोप से मुक्‍त कर दिया जाए। यही वजह है कि वह लगातार भारत विरोधी बयान देते रहते हैं। इसी क्रम में एक अमरीकी मीडिया को दिए साक्षात्‍कार में उन्‍होंने एक बार फिर अमरीका के साथ-साथ भारत पर हमला बोला है।

कहा, अमरीका करता है पाक का इस्‍तेमाल
अमरीका पर सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्‍तान के खिलाफ अमरीका अब नई दिल्‍ली के साथ खड़ा हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि वाशिंगटन को जब-जब इस्‍लामाबाद की जरूरत होती है तो वह हमारे पास आता है और जब आवश्‍यकता नहीं होती तो वह साथ छोड़ देता है। पाकिस्तान को यह समझ में नहीं आ रहा है कि अमरीका उसे छोड़ता क्‍यों है और फिर पास क्‍यों आता है। ऐसा नहीं है, लोग जानते हैं कि अमरीका तभी पाकिस्‍तान के पास आता है, जब उसे जरूरत होती है और जब जरूरत नहीं होती तो साथ छोड़ देता है।

अमरीका के साथ करने होंगे संबंध बेहतर
पूर्व राष्ट्रपति और ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (APML) चीफ मुशर्रफ ने एक अमरीकी मीडिया को दिए गए साक्षात्कार में कहा कि पाकिस्तान-अमरीका संबंध को झटका लगा है और यह अब तक के सबसे निचले स्तर पर चला गया है। अब पाकिस्‍तान को चाहिए कि वह अमरीका के साथ मिल-बैठ कर संबंध बेहतर करे। मुशर्रफ ने यह भी कहा कि यह वही अमरीका है, जिसने शीत युद्ध के दौरान खुले तौर पर पाकिस्‍तान का समर्थन किया था और अब वह इस्‍लामाबाद के विरोध में नई दिल्‍ल्‍ी के साथ खड़ा है। इस वजह से सीधे तौर पर पाकिस्‍तान के हित प्रभावित हो रहे हैं।

एक बार फिर भारत पर साधा निशाना
पाक के पूर्व राष्‍ट्रपति ने भारत पर निशाना साधते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि संयुक्त राष्ट्र अफगानिस्तान में भारत की भूमिका की जांच करे।

पाकिस्‍तान में चल रहा है देशद्रोह का मुकदमा
बता दें कि परवेज मुशर्रफ पर पाकिस्‍तान में देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। वह पिछले साल से दुबई में रह रहे हैं। उन्हें स्वास्थ्य कारणों से देश से बाहर जाने की इजाजत दी गई थी।

देते रहते हैं भारत विरोधी बयान
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्‍तान के सेनाध्‍यक्ष और राष्‍ट्रपति रह चुके परेवज मुशर्रफ ने भारत के खिलाफ बयान दिया है। 2013 में उन्‍होंने कहा था कि कारगिल युद्ध पर उन्‍हें गर्व है। 2014 में कहा था कि भारत पाकिस्‍तान को कम न आंके। अगर उसने हमला किया तो हम भी मुंहतोड़ जवाब देंगे। इसके पहले 2015 में भी विवादित बयान देते हुए उन्‍होंने कहा था कि पहले दाऊद इब्राहिम और अलकायदा नेता अयमान अल जवाहिरी पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रीय नायक होते थे। अब वह खलनायक हो गए हैं।

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