खुद आर्मी की वर्दी में पहुंचे शी
दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार पीएलए के साथ हुई बैठक मे शी जिनपिंग खुद आर्मी की वर्दी में नजर आएं। उन्होंने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का पूरा फोकस अब जंग जीतना होना चाहिए। हमारी आर्मी को वर्ल्ड क्लास मिलिट्री बनाने के लिए उनके एक्सरसाइज और कड़ी ट्रेनिंग पर भी ध्यान देना होगा। 2035 तक हमें आंतरिक लक्ष्यों का प्राप्त करना है।
हर जंग हमें जीतनी होगी
शी जिनपिंग ने पीएलए के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि हमें एक ऐसी सेना बनानी होगी जो सीपीसी के निर्देशों का पालन करे और आदेश मिलते ही युद्ध के लिए तैयार हो जाए। यही नहीं यह लडाई सिर्फ लड़नी ही नहीं बल्कि जीतनी भी होगी। शी ने आगे कहा कि नेशनन डिफेंस सिस्टम में अब रिफॉर्म की जरुरत है।
दुनिया की सबसे ताकतवर सेना में चीन
बता दें कि दुनियाभर में चीन एक मजबूत सैन्य शक्ति के रुप में जाना जाता है। कुछ समय पहले चीन के रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक श्वेतपत्र में इस बात का खुलासा भी हुआ था कि उसके पास थल सेना में कुल आठ लाख पचास हजार अधिकारी है। जबकि नौसेना में दो लाख 35 हजार सैनिक तैनात हैं, वहीं वायुसेना में करीब चार लाख की फौज है।
सशस्त्र बलों का हो रहा आधुनिकरण
इसी साल मार्च में हुए नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया कि चीन अब सैन्य खर्चों में सात फीसदी की बढ़ोतरी करेगा। बैठक में कहा गया है कि जिस तरह चीन की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है वह अपने सशस्त्र बलों का आधुनिकरण करेगा।
शी बोले- हमारी पार्टी में मजबूत और दृढ़ नेतृत्व
हाल में ही चीन में राष्ट्रपति पद के चुनाव संपन्न हुए हैं। जिसमें शी जिनपिंग को फिर से राष्ट्रपति चुना गया है। चुनाव के बाद शी ने 2,200 से अधिक प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा, “हमारी पार्टी में मजबूत और दृढ़ नेतृत्व है। हमारी समाजवादी प्रणाली मजबूत है। चीनी लोग और देश ने अभूतपूर्व संभावनाओं को अंगीकार किया है।”