71 वर्षीय सुगा को पूर्व पीएम शिंजो आबे (Shinzo Abe) की नीतियों पर चलने वाला बताया गया है। उन्हें आबे की नीतियों को जारी रखने वाले नेता के रूप में देखा जाता है। उनकी उम्मीदवारी पर खुद आबे भी सहमति जता चुके हैं।
सुगा एक किसान के बेटे हैं। उनका पालन-पोषण जापान के उत्तरी अकिता क्षेत्र में हुआ था। इस समय देश कोरोना वायरस की चपेट में है। पीएम के रूप में वह बहुत ही मुश्किल परिस्थितियों का सामना करेंगे। कोरोना वायरस से निपटने और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से खड़ा रखना एक बड़ी चुनौती रूप में बनकर उभरेगा।
गौरतलब है कि 65 साल के शिंजो आबे लंबे समय से पेट की समस्या से जूझ रहे हैं। वे अगस्त माह में दो बार अस्पताल भी जा चुके हैं। जापानी मीडिया में उनके स्वास्थ्य को लेकर बीते दिनों काफी चर्चाएं रही हैं।
स्थानीय मीडिया के अनुसार आबे नहीं चाहते थे कि उनकी सेहत के कारण सरकार के कामकाज असर पड़े इस कारण उन्होंने 28 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पद छोड़ने की घोषणा कर डाली। अगस्त माह में आबे ने बतौर पीएम सात साल छह माह का अंतराल पूरा किया था।