चूड़ा फैक्ट्री से तीन बाल श्रमिक मुक्त
जयपुरPublished: Feb 16, 2016 11:51:00 am
मानव तस्करी रोधी इकाई ने बसंती चौक के पास एक मकान पर दबिश देकर चूड़ा फैक्ट्री से तीन बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है।
मानव तस्करी रोधी इकाई ने बसंती चौक के पास एक मकान पर दबिश देकर चूड़ा फैक्ट्री से तीन बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है। यह कार्रवाई सोमवार शाम को इकाई प्रभारी ने की। आरोपित के खिलाफ गंभीर आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि एएचटीयू प्रभारी पुलिस निरीक्षक करणसिंह ने मुखबिर की सूचना पर बसंती चौक के पास वार्ड 19 की ब्रह्म कॉलोनी में गुरजंट सिंह के मकान में दबिश दी। यहां चल रही चूड़ा बनाने की फैक्ट्री से तीन बाल मजदूरों को चूड़ा बनाते हुए पकड़ा। काम कर रहे बच्चों का जिला अस्पताल से स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। चिकित्सकों ने दो बच्चों की आयु 14-14 साल और एक की 15 साल होने की रिपोर्ट दी। इस आधार पर फैक्ट्री संचालक बिहार के दरभंगा जिला निवासी हैदर अली पुत्र सलीम अली के खिलाफ आईपीसी की धारा 374, 23 किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम और बाल श्रम अधिनियम की धारा 7,11 में मुकदमा दर्ज किया गया है। फैक्ट्री से मुक्त कराए गए बालकों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। समिति के आदेश से तीनों किशोरों को बाल गृह में रखा गया है। वे मूलत: बिहार के
रहने वाले हैं।
पुलिस दबिश से पहले भागा आरोपित
कार्रवाई के दौरान पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपित हैदर अली मकान से गायब हो गया। मौके पर मिले किशोरों से पूछताछ के बाद एएचटीयू को आरोपित के बारे में जानकारी मिली। इस आधार पर उसे आरोपित नामजद किया गया है। जिस मकान में चूड़ा बनाने का कारखाना चला रहा था उसके मालिक से भी पूछताछ की जाएगी।