script

जानिए महिलाए क्यों नहीं फोड़ती नारियल, इसलिए माना जाता है अशुभ

locationनई दिल्लीPublished: Dec 07, 2020 07:42:40 pm

Submitted by:

Shaitan Prajapat

हिंदू धर्म में नारियल यानी श्रीफल को बेहद पवित्र माना गया है। कोई भी वैदिक या दैविक पूजन प्रणाली श्रीफल का उपयोग किया जाता है। रक्षाबंधन से लेकर तिलक और शादी तक में, गृह प्रवेश से लेकर बिजनेस के उद्घाटन तक में इसका उपयोग किया जाता है।

coconut

coconut

नई दिल्ली। हिंदू धर्म में नारियल यानी श्रीफल को बेहद पवित्र माना गया है। कोई भी वैदिक या दैविक पूजन प्रणाली श्रीफल का उपयोग किया जाता है। रक्षाबंधन से लेकर तिलक और शादी तक में, गृह प्रवेश से लेकर बिजनेस के उद्घाटन तक में इसका उपयोग किया जाता है। नारियल फोड़ना बलि का प्रतीक है, जो कि हिंदू धर्म में ऐसा केवल पुरूष ही कर सकते हैं। महिलाओं के लिए यह काम करना वर्जित माना गया है। हिंदू-संस्कृति में महिलाओं के लिए निषेध कार्यों के पीछे बहुत से कारण दिए गए हैं। बहुत कम लोगों को ही पता है कि महिलाए नारियल क्यों नहीं फोड़ती है।

इसलिए नहीं तोड़ती नारियल
दरअसल, परंपरागत रूप से नारियल को नई सृष्टि का बीज माना गया है। नारियल को बीज का स्वरूप माना गया है और इसे प्रजनन यानि उत्पादन से जोड़कर देखा गया है। महिलाएं संतान उत्पत्ति की कारक होती हैं। इसी कारण उनके लिए नारियल को फोड़ना वर्जित कर्म मान कर निषिद्ध कर दिया गया। ऐसा करना शास्त्रों में अशुभ माना गया है। देवी देवताओ की पूजा साधना आदि के बाद केवल पुरुषों द्वारा ही नारियल को फोड़ा जा सकता है। सामाजिक मान्यताओं तथा विश्वास के चलते ही वर्तमान में हिंदू महिलाएं नारियल नहीं तोड़ती है।

यह भी पढ़े :— कर्ज से है परेशन तो करे यह खास उपाय, कभी नहीं लेना पड़ेगा उधार

श्रीफल में त्रिदेव का वास
ऐसा कहा जाता है कि जब भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर अवतार लिया तो वे अपने साथ तीन चीजें- लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष तथा कामधेनु लाए। इसलिए नारियल के वृक्ष को कल्पवृक्ष भी कहते है। नारियल में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों ही देवताओं का वास माना गया है। महादेव शिव को श्रीफल अत्यन्त प्रिय है तथा श्रीफल में स्थित तीन नेत्र भगवान शिव के त्रिनेत्रों को प्रदर्शित करते है। देवी देवताओं को श्री फल चढ़ाने से धन संबंधित समस्याओं का समाधान होता है।

यह भी पढ़े :— शिव के इस अनोखे मंदिर का रहस्य, पत्थरों से भी आती हैं डमरू की आवाज

शारीरिक दुर्बलता को दूर करता है नारियल
नारियल से शारीरिक दुर्बलता भी दूर होती है। यह कैलोरी से भरपूर होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है। इसमें अनेक पोषक तत्व होते हैं। ऐसा कहते है कि सोते समय नारियल पानी पीने से नाड़ी संस्थान को बल मिलता है और नींद अच्छी आती है। इसके पानी में पोटेशियम और क्लोरीन होता है जो मां के दूध के समान होता है। जिन शिशुओं को दूध नहीं पचता उन्हें दूध के साथ नारियल पानी मिलाकर पिलाना चाहिए। डि-हाइड्रेशन होने पर नारियल पानी में नीबू मिलाकर पिया जाता है। इसकी गिरी खाने से कामशक्ति बढ़ती है। मिश्री संग खाने से गर्भवती स्त्री की शारीरिक दुर्बलता दूर होती है तथा बच्चा सुंदर होता है।

ट्रेंडिंग वीडियो