ज्योतिष के जानकारों के अनुसार बुध के अस्त होने के चलते उनकी शक्ति कमजोर हो गई, ऐसे में इसका पूरा लाभ जातकों को नहीं मिल पाता रहा है। वहीं अब मंगलवार 12 अप्रैल को बुध के उदित होने के साथ ही बुध पुन: अपनी पूरी शक्ति के साथ जातकों को पूरा लाभ देंगे। यहां इस बात का ध्यान रखें कि मंगलवार 12 अप्रैल की शाम 07:32 बजे बुध की अस्त अवस्था खत्म हो जाएगी।
ग्रहों के अस्त होने का कारण, ऐसे समझें
माना जाता है कि जब भी कोई ग्रह सूर्य के सानिध्य में आता है तो सूर्य के तेज के आगे वह अस्त हो जाता है, जिसके चलते उसकी शक्तियां शीर्ण हो जाती है।
वहीं बुध एक ऐसा ग्रह है जो सामान्यत: सूर्य के सानिध्य में ही रहता है, लेकिन ऐसे में जब कभी बुध 14 डिग्री या उससे कम डिग्री पर सूर्य के साथ होता है, तो उसे अस्त माना जाता है।
वहीं 12 राशियों में से बुध के पास मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व है, ऐसे में माना जा रहा है कि अपने उदय के साथ ही इन दोनों के लिए ही बुध विशेष शुभ होने वाले हैं। इसके अलावा जिन जातकों की जन्म कुंडली में बुध उच्च के होते हुए अच्छी स्थिति में बैठे हैं उनके लिए भी बुध का उदित होना लाभकारी रहेगा।
मिथुन (Gemini) राशि -
बुध अस्त से 30 दिन बाद उदित होने जा रहे हैं। वहीं मिथुन के स्वामित्व का दर्जा प्राप्त बुध जब उदित होंगे तो उनकी शक्ति पुन: बढ़ जाएगी। ऐसे में मिथुन के जातकों को बुध के अस्त होने के चलते जिन कारणों से परेशानी और बाधा का सामना करना पड़ रहा था, बुध के उदय के साथ ही अब उन्हें उन परेशानियों से राहत मिलेगी।
मिथुन राशि के जातकों को इस दौरान गणेश जी की पूजा करने के अलावा बुधवार के दिन जरूरतमंद व्यक्ति को हरी सब्जी का दान करनी चाहिए।
कन्या (Virgo) राशि -
मिथुन राशि की तरह ही बुध को कन्या राशि का भी स्वामित्व प्राप्त है। बुध के उदय होने से उसकी शक्ति में वृद्धि के चलते मिथुन के लिए यह स्थिति धन के मामले में अच्छी होने वाली है। इस दौरान आय में वृद्धि के अलावा जॉब में स्थान परिवर्तन, प्रमोशन की भी स्थिति बनती दिख रही है। संतान की चिंता में कमके बीच इस समय आप किसी महंगे गैजेट को खरीद सकते हैं। इस समय आपकी वाणी में मधुरता व विनम्रता के साथ ही आपके मान सम्मान में भी वृद्धि होगी।