सुन लो ‘सरकार’- प्राध्यापक न क्लासरूम, पढऩे के लिए कतार में करते हैं इंतजार
छिंदवाड़ाPublished: Jan 04, 2017 01:06:00 am
गर्ल्स कॉलेज में कक्षाओं के संचालन के लिए कमरे का अभाव, अध्यापन हो रहा प्रभावित
छिंदवाड़ा . राजमाता सिंधिया गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है। जबकि संसाधन सीमित हैं। ऐसे में उन्हें समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल कॉलेज में कुल 21 कमरों में कक्षाएं संचालित हो रही हैं। जबकि छात्राएं 4500 के करीब हैं। नियम के मुताबिक एक सेक्शन 80 विद्यार्थियों का होना चाहिए। इस हिसाब से कॉलेज में कक्षाओं के लिए 55 कमरों की जरूरत है। कमरों की कमी के चलते अक्सर एक समय में दो से अधिक क्लास लगती है। आलम यह रहता है कि निर्धारित समय में दूसरी क्लास चलती है। जिससे उन्हें बाहर खड़े रहकर इंतजार करना पड़ता है।
ये समस्याएं आती हैं सामने
परीक्षा के दौरान परेशानी बढ़ रही है। कमरे की कमी के चलते कॉलेज प्रबंधन कहता है कि कल मत आना प्राध्यापक परीक्षा में व्यस्त रहेंगे इसके अलावा कमरे भी कक्षा संचालन के लिए खाली नहीं रहेंगे।
समस्या दूर करने के लिए दो शिफ्टों में क्लास लगानी शुरू की। इससे समस्या दूर होने की बजाए बढ़ गई है। कुछ छात्राएं 20 से 30 किमी दूर से भी पढऩे आती हैं। सुबह क्लास लगने से उन्हें जल्दी घर से निकलना पड़ता है।
बीते दिन कॉलेज में मूल्यांकन करने आई नैक टीम ने भी कमरों की पर्याप्त व्यवस्था न होने पर सवाल उठाए थे। हालांकि तब प्राचार्य ने जल्द ही व्यवस्था बनाने की बात कही थी, लेकिन अब तक व्यवस्था नहीं बनी।
आ रही है समस्या…
गर्ल्स कॉलेज को मथुरा प्रसाद स्कूल भवन मिलना काफी समय से प्रस्तावित है। कुछ अड़चनों की वजह से अब तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है।
डॉ. पीआर चंदेलकर, प्राचार्य, गर्ल्स कॉलेज