मोहर्रम जुलूस में ताजिए एकत्र होकर हुए दफन
औरैयाPublished: Oct 01, 2017 11:30:21 pm
दलेल नगर का ताजिया विशेष बनावट और बड़ा।
औरैया। मोहर्रम की नवी तारीख पर जनपद के अलग-अलग स्थानों में ताजिया दफन किए गए, जिसमें प्रमुख रुप से फफूंद शरीफ में ताजिया स्थलों पर लोग अपने-अपने ताजिया लेकर एकत्र हुए। फफूंद, दलेल नगर और अजीतमल, औरैया सहित जनपद के अन्य स्थानों में गमगीन माहौल में ताजिए का जुलूस मातमी धुन के साथ निकाला गया। जुलूस के रास्ते में जगह-जगह जलेबी, बिस्कुट आदि का प्रसाद वितरित किया गया।
शनिवार की रात लगभग 2:00 बजे कस्बा फफूंद सरीफ में मोहल्ला केसरवानी से मोहम्मद शमी का ताजिया उठा। उसके बाद मोहल्ला जुबैरी से मोहम्मद शाहिद का ताजिया उठा। इसी क्रम में उसके बाद मोहल्ला भराओ से मुन्ना खान और इधर रात लगभग 2:30 बजे ऊंचा टीला से हाजी अली खान का ताजिया उठा, उसके बाद मोहल्ले मेरा आपसे जान मोहम्मद का ताजिया उठा।
अल्लाह ऊंचा टीला से हाजी डब्बे वाले का ताजिया अल्लाह का स्थान चमनगंज होता हुआ राम मंदिर से पहुंचकर मोहम्मद समी मोहम्मद शाहिद आदि सभी लोगों का ताजिया का मिलाप हुआ। जमकर आतिशबाजी वालों की आवाज का प्रदर्शन किया। राम मंदिर पर चौराहे के समीप ताजिया के रुकने के बाद ऊंचा टीला का ताजिया सबसे आगे चला, उसके बाद सभी ताजिए होमगंज मुख्य द्वार होते हुए ताजिया सम्मिलित हुए।
इधर मोहल्ला में वर्तमान में मोहम्मद रशीद खान का ताजिया सम्मिलित हुआ और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद अंसार खान का ताजिया उठकर सम्मिलित हुआ। लगभग 2 घंटे रुक कर 8:00 बजे सभी जगहों का जुलूस जुलूस मौला गोविंदगंज केसरवानी होते हुए अपने दो दुकानों पर लगभग 10:00 बजे पहुंच कर समाप्त हुआ।
इसके अलावा जनपद के दलेल नगर में भी बड़े-बड़े ताजिया का रविवार दोपहर मिलान हुआ। जहां पर सभी ने गमगीन माहौल में अपने-अपने ताजिया निकाले और इस दौरान भारी जनसमूह ताजिया के साथ घुमा। दलेलनगर का ताजिया अपने आप में जनपद का सबसे विशेष ताजिया होता है। मोहर्रम की दसवीं तारीख को भी यह ताजिया रात्रि 7:00 बजे अपने मकानों से उठकर चमनगंज राय लेकर मोहम्मद का ताजिए इक_ा हुए। मोहर्रम के ताजिये को लेकर जिला प्रशासन ने सुबह से सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखी। फफूंद में अपर जिलाधिकारी राम सेवक द्विवेदी, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सक्सेना मौके पर मौजूद रहे।