सीएम ने कहा कि प्रशासन को हिदायत दी गई है कि तलहटी में बसे गांवों को चिन्हित कर ऊंचे स्थानों पर बसाने का प्रबंध किया जाए, जिससे प्रत्येक वर्ष चंबल और यमुना किनारे बसे गांवों के लोगों को इन मुसीबतों का सामना न करना पड़े। जरूरत पड़े तो भूमि स्थानांतरित कराएं। उन्होंने कहा अब बाढ़ नियंत्रण में है। कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश और कोटा से पानी छोड़े जाने से यमुना किनारे बसे लोगों को परेशानी उठानी पड़ी है।
सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ है, हर सम्भव मदद की जाएगी। हालांकि जिला प्रशासन लगातार निरीक्षण कर राहत पहुंचा रहा है। पशुओं की हानि पर जिला प्रशासन धनराशि मुहैया कराएगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में कारागार मंत्री जयकुमार और कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत को कैंप करने के निर्देश दिए। सीएम ने अफसरों से पेयजल, स्वच्छता, राशन और दवा की व्यवस्था करने के लिए कहा है। इस दौरान सांसद रामशंकर कठेरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष कमल दोहरे सहित अफसर मौजूद रहे।