स्थानीय लोगों की मानें तो इटावा, औरैया और कानपुर के बाजार में चंबल सेंचुरी की मछलियों, कछुओं और डॉल्फ़िन की बड़ी मांग के चलते यहां बड़े पैमाने पर शिकारी शिकार करते रहे हैं। चम्बल सेंचुरी में शिकारी रात में ही शिकार करते हैं, जबकि यमुना में दिन रात बराबर यह काम जारी रहता है। पंचनद इलाके में सबसे ज्यादा शिकार होता है।