शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं यमुना रोड से जालौन चौराहे को जाने वाले मार्ग पर रात दस बजे के बाद खड़े होना मुश्किल हो जाता है। यहां रात के 10 बजते ही ओवरलोड वाहनों का निकलना शुरू हो जाता है। इसी के साथ शुरू होता है वसूली का खेल भी। वसूली सिर्फ पुलिस ही नहीं बल्कि हर उस विभाग के लोग करते हैं, जो इस काम के बदले इन पर कार्रवाई कर सकते हैं। हर कोई अपने-अपने हिस्से की वसूली करता है। लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं, जो बिना हिस्से में साझेदारी किए ही वसूली कर लेते हैं। इस बात को लेकर अक्सर शिकायत की जाती है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।
ओवरलोड वाहनों की चेकिंग के लिए हर जिले में कमेटी गठित प्रदेश सरकार ने ओवरलोड वाहनों की चेकिंग रोकने के लिए और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए हर जिले में कमेटी गठित करने का निर्देश दिया। पुलिस कर्मियों को ओवरलोड वाहनों की चेकिंग के खिलाफ साफ निर्द्श दिए गए थे। लेकिन जनपद में पुलिस कर्मी ही सबकुछ कर रहे हैं। ओवरलोड वाहनों की चेकिंग रोकने के लिए 9 मई को अभियान भी चलाया गया था। लेकिन कोई फायदा नहीं मिला।