आयकर अधिकारी ने बताया कि वर्ष 1962 से औरैया का समस्त आयकर का कार्य इटावा में स्थित विभाग से संचालित हो रहा था। वर्ष 2008 में अधिकारियों ने औरैया में आयकर विभाग का दफ्तर को ले जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी थी, लेकिन उन्होंने बीते एक साल से लगातार प्रयास करते हुए इसमें सफलता हासिल की। उन्होंने बताया कि जनपद औरैया में 1,50,000 पैन कार्ड धारक है, जबकि आयकरदाता मात्र 13000 तथा टैक्स देने वाले लोग कुल 2500 हैं। विभाग में आज से पूरी तरह से कार्य चालू हो गया है।
औरैया आयकर अधिकारी उर्वीधर ने बताया कि जब उन्हें औरैया जिले का चार्ज मिला तो उनके संज्ञान में एक मामला आया, जिसमें शिक्षकों के द्वारा आयकर जमा करने में अनियमितता बरती गई थी। उन्होंने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। उन्होंने शिक्षकों द्वारा जमा किए जा रहे टैक्स के ऊपर आपत्ति जताई। यही नहीं, शिक्षकों द्वारा वार्षिक आयकर रिटर्न जमा करते समय अपनी आय कम दिखाकर टैक्स चोरी जैसे मामले में शामिल रहते थे। जब उन्होंने मामला संज्ञान में लिया तो सभी शिक्षकों को नोटिस जारी करते हुए बकाया टैक्स जमा किए जाने को कहा, इसके बाद जनवरी माह से जुलाई तक लगभग एक करोड़ रुपए का इनकम टैक्स शिक्षकों द्वारा जमा किया गया है। उन्होंने बताया कि अब महज कुछ ही ऐसे लोग रह गए हैं, जिनके ऊपर टैक्स बाकी है।