आनन फानन में पीछे आ रहे राहगीरो व अन्य शिक्षकों की मदद से शिक्षका व घायल शिक्षक को अजीतमल स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। जहां पर डाक्टरों ने शिक्षकों को मृत घोषित कर दिया तथा घायल शिक्षक का इलाज किया। घटना के बाद मौके सीओ लालता प्रसाद शुक्ला, कोतवाली प्रभारी जितेन्द्र ंिसह पहुचे और घटना की जाॅच पड़ताल की।
मृतका की शादी कुछ वर्ष पूर्व दिबियापुर से हुई थी मृतका के पति वतौर इंन्जीनियर नोएडा में कार्यरत हैं। वह वर्तमान में अपने मायके औरैया से विद्यालय आ जा रही थी। घटना के बाद मृतक शिक्षका के पति को फोन द्वारा सूचना दी गयी थी।
अगर कार स्कूल पहुंची होती तो शायद न होता हादसा
मृतका शिक्षका वन्दना प्रतिदिन अन्य शिक्षिकाओं के साथ औरैया से कार द्वारा विरूहूनी विद्यालय आती जाती थी और आज सुबह भी वह कार से ही विद्यालय आयी थी। लेकिन आज किन्हीं कारणवश शिक्षिका को कार विद्यालय लेने नहीं पहुंची थी कार उन्हें भीेखेपुर चौराहे पर मिलनी थी। इस लिये शिक्षिका साथी शिक्षक की मोटर साईकिल पर वैठकर भीखेपुर आ रही थी। यदि कार विद्यालय पहुची होती तो शायद हादसा टल सकता था।
राहुल भी मोटर साइकिल मांग कर लाया था
घायल शिक्षक राहुल भी प्रतिदिन इटावा से बस द्वारा अजीतमल आता है आज वह बाबरपुर के एक साथी शिक्षक के साथ मोटर साइकिल से आया और उसी मोटर साइकिल से स्कूल चला गया ।