कूड़ा एकत्रित करके आग लगा दिया जाता है शहर से निकलने वाला 50 टन से अधिक का कूड़ा यमुना रोड स्थित बीहड़ किनारे फेंका जा रहा है। इसकी अनदेखी ही कहेगे कि यहां फेंके गए कूड़े पर आग लगा दी जाती है। इस वजह से पर्यावरण को भी नुकसान होगा। नगर पालिका क्षेत्र में 25 वार्ड हैं। सुबहह नगर पालिका के सफाई कर्मी कूड़े के ढेर को एक जगह एकत्रित करते हैं। इसके बाद पालिका की गाड़ियां आकर इन्हीं स्थानों से कूड़ा उठाकर ले जाती है। इन 25 वार्डों से हर रोज करीब 12 ट्रॉली यानी 50 टन कूड़ा निकलता है। पालिका की गाड़ियां शहर से उठाए गए इस कूड़े को ले जाकर यमुना रोड स्थित बीहड़ किनारे डाल देती है। इसके बाद इस कूड़े में आग लगा दी जाती है।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट नहीं किसी काम का नगर पालिका के अंतर्गत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाने के लिए पिछले कई सालों से उसपर योजना बनाई जा रही है। लेकिन अभी तक इसे मूर्तरूप नहीं दिया गया है। कूड़ा फेंकने के लिए नगर पालिका को मढ़ापुर में जगह दी गयी। लेकिन वह जगह समतल न होने के कारण उसे निरस्त कर दिया गया। नगर पालिका ने तहसील प्रशासन से दूसरी जगह मांग की है। तहसील प्रशासन अब तक जगह उपलब्ध नहीं करा सकी। एसडीेम के अनुसार उन्होंने पालिका के अधिकारियों को जगह खरीदने के लिया कहा गया है।
मेडिकल वेस्ट की उचित व्यवस्था नहीं जनपद में मेडिकल वेस्ट की उचित व्यवस्था नहीं की गयी है। जबकि सरकारी अस्पतालों में मेडिकल वेस्ट के लिए अलग से तीन रंगों का कूड़ा गृह बनाया गया है। सरकारी अस्पतालों में बायो मेडिकल वेस्ट के लिए कानपुर से एक कंपनी की गाड़ी आती है। लेकिन जिला अस्पतालों का बायो मेडिकल वेस्ट भी किसी काम का नहीं होता है।