कोरोना से पहली मौत
पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (आर एम आर आई) के निदेशक प्रदीप दास ने बताया कि शनिवार को 114 मामलों की जांच में रिपोर्ट निगेटिव मिली। पर देर रात 14 सैम्पल की जांच के दौरान दो केस पॉजिटिव पाए गए। एम्स के निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि किडनी का इलाज करा रहे सैफ अली को आइसोलेशन में रखा गया था। उसकी कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट शनिवार रात में मिली जबकि उसकी मौत दिन में ही हो गई थी। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री,स्वास्थ्य सचिव के बयान एक जैसे नहीं आ रहे हैं।
एक ओर संदिग्ध की मौत
दूसरी तरफ बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमेटी के चालक अर्जुन कुमार की मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संदिग्ध मौत हो गई। उसका इलाज एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा था। उसकी कोरोना जांच मगध मेडिकल में इलाज के लिए लाए जाने के बाद कराई गई। हालांकि जांच के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव पाई गई।
जनता कफ्र्यू का रहा असर
इस बीच रविवार को प्रधानमंत्री के आह्वान पर आयोजित जनता कफ्र्यू के दौरान राजधानी समेत सभी छोटे बड़े शहरों में सन्नाटा पसरा रहा। अतिव्यस्त और जाम की वजह से बेहद व्यस्त सड़कें भी सन्नाटे में डूबी रहीं। ज़रूरी सेवाओं में लगे कर्मियों और दूर से आए लोगों के घर पहुंचने के अलावा लोग घरों में ही बंद रहे। इधर पुणे और मुंबई से बिहार लौटने वाले लोगों की भारी भीड़ भरी स्पेशल ट्रेनें दानापुर पहुंची। मनाही के बावजूद लोग भीड़ लगाकर जमे रहे। इन लोगों की स्क्रीनिंग की सरकार ने व्यवस्था कर रखी थी। हालांकि यह सवाल बखूबी उठाए जाने लगे हैं कि नीतीश सरकार पूरी तरह बंद और पाबंदी की घोषणा क्यों नहीं कर रही हैं?