बहुत सारे लोग इस बारे में नहीं जानते हैं तो ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कार की एक्स शोरूम ( Automobile ) कीमत क्या होती है और ऑन रोड कीमत क्या होती है जिससे आप कार खरीदते समय कंफ्यूज ना हो। इन दोनों के बीच काफी बड़ा फर्क होता है तो चलिए जानते हैं क्या है यह फर्क।
जब भी आप कार को ऑनलाइन या फिर किसी पेपर के ऐड में देखते हैं तो यहां पर जो कीमत लिखी जाती है वह कार की एक्स शोरूम कीमत होती है जो काफी कम होती है और अलग-अलग शहरों में अलग-अलग हो सकती है क्योंकि इन पर रोड टैक्स शामिल होता है।
जब आप कोई वाहन खरीद लेते हैं तो आपको उसका रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है और इसके लिए रजिस्ट्रेशन फीस देनी पड़ती है जो सभी वाहनों पर आरटीओ की तरफ से पंजीकृत किया जाता है। आपको बता दें कि इस टैक्स में नंबर प्लेट समेत और भी कई चार्जेस लगते हैं। कार का रजिस्ट्रेशन होने के बाद आपको एक नंबर मिलता है जो आपकी कार के नंबर प्लेट पर लगाया जाता है। रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा होने के बाद कार डीलरशिप पर टैक्स कलेक्टेड शो स्पीशीयस लगाया जाता है। यह उन वाहनों पर लगाया जाता है जिनकी एक्स शोरूम कीमत ₹1000000 से ज्यादा होती है। इसके पूरे कागजात भी ग्राहक को दिए जाते हैं। यह जून 2016 के बाद से एक्स शोरूम कीमत का एक फीस दी है वही इनकम टैक्स भरते समय खरीददार के खाते में यह रकम वापस कर दी जाती है।
इसके बाद आपकी कार का बीमा किया जाता है और जिस भी डीलर से आप कार लेते हैं वह कार की कीमत में बीमा की रकम को भी जोड़ता है। कार का बीमा पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है। आप जरूरत के हिसाब से कोई भी बीमा पॉलिसी चुन सकते हैं जो कार के एक्सीडेंट के बाद आपको फ्लेम करनी होती है। बीमा की रकम आपकी कार की एक्स शोरूम कीमत में ही जोड़ दी जाती है।
जब यह सारे टैक्स और कीमत आपकी कार की एक्स शोरूम प्राइस में जुड़ जाते हैं तो यह आपकी कार का ऑन रोड प्राइस हो जाता है।