भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बैट्री के लिए होंडा ने एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने देश में ही बैट्री शेयरिंग सर्विस सब्सिडियरी की स्थापना कर ली है।
Honda Motor sets up battery sharing subsidiary in India
नई दिल्ली। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की लोकप्रियता और मार्केट डिमांड तेज़ी से बढ़ रही है। इसी के चलते होंडा मोटर (Honda Motor) ने देश में बैट्री शेयरिंग सर्विस सब्सिडियरी स्थापित की है, जिससे छोटे इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए देश में बैट्री शेयरिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। कंपनी ने गुरुवार को एक प्रेस रिलीज़ जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी। कंपनी इस सब्सिडियरी के ज़रिए छोटे इलेक्ट्रिक वाहनों की बैट्री से संबंधित समस्याओं का समाधान करने में भी मदद करेगी। होंडा मोटर ने जानकारी दी कि वो 2022 के पहले हाफ में कर्नाटक के बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा, जिसे ई-रिक्शा के नाम से भी जाना जाता है, के लिए बैट्री शेयरिंग सर्विस की शुरुआत करेगी। इसके बाद धीरे-धीरे देश के दूसरे शहरों में भी इस सर्विस को शुरू किया जाएगा।
135 करोड़ की लागत होंडा मोटर के बैट्री शेयरिंग सर्विस सब्सिडियरी प्रोजेक्ट को स्थापित करने में 135 करोड़ रुपये की लागत लगी है। साथ ही कंपनी ने यह भी जानकारी दी है कि वो इसमें सिंगल शेयर होल्डर है। इससे साफ़ है कि कंपनी देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बैट्री से जुड़े इस प्रोजेक्ट को गंभीरता से ले रही है और इससे संबंधित सभी ज़रुरी कदम उठा रही है।
कंपनी का लक्ष्य होंडा का भारत में बैट्री शेयरिंग सर्विस सब्सिडियरी स्थापित करने का लक्ष्य इस सर्विस के सब्सक्राइबर्स को अपने छोटे इलेक्ट्रिक वाहनों की बैट्री एक्सचेंज करने के लिए शहर में अपने नज़दीकी बैट्री स्वैपिंग स्टेशन पर इस सर्विस का फायदा देना है। बैट्री स्वैपिंग स्टेशन पर उन्हें पूरी तरह से चार्ज की हुई होंडा की नई पोर्टेबल और स्वैप की जा सकने वाली ‘होंडा मोबाइल पावर पैक ई:’ बैट्री मिलेगी। इस सर्विस की मदद से ड्राइवर्स को चार्जिंग के लिए इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा, जिससे समय की बचत होगी। बैट्री शेयरिंग सर्विस के ज़रिए होंडा ऐसी मल्टीपल व्हीकल ओईएम के साथ मिलकर भी काम करेगी, जो अपने वाहनों में होंडा की बैट्री को लगाना चाहते हैं। इसमें इंटरफेस के लिए ज़रूरी तकनीकी सूचना उपलब्ध कराई जाएगी। ओईएम, एप्लिकेशन और सर्विस क्षेत्र को बढ़ाते हुए कंपनी का लक्ष्य ज़्यादा से ज़्यादा ड्राइवर्स को जोड़ना और उनको यह सुविधा उपलब्ध कराना है।
मेड इन इंडिया बैट्री शेयरिंग सर्विस सब्सिडियरी के तहत सब्सक्राइबर्स को जो ‘होंडा मोबाइल पावर पैक ई’ उपलध कराया जाएगा, उसका निर्माण भारत में होगा। इलेक्ट्रिक वाहनों के सेगमेंट में एक नई क्रांति
होंडा भारत में बनी बैट्रियों का इस्तेमाल करते हुए और छोटे इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इलेक्ट्रिफिकेशन में तेज़ी लाने के साथ ही ‘होंडा पावर पैक एनर्जी इंडिया’ में अक्षय ऊर्जा के इस्तेमाल को भी प्रोत्साहित करेगी और कार्बन न्यूट्रैलिटी की दिशा में भारत की मदद करेगी। ऐसे में जल्द ही होंडा का यह प्रोजेक्ट देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के सेगमेंट में एक नई क्रांति ला सकता है।