आपको बता दें कि भारत में 8 मई से हुंडई का प्रोडक्शन हाउस फिर से शुरू कर दिया गया था। प्रोडक्शन हाउस चेन्नई में स्थित है। आपको बता दें कि जितनी भी कारों का प्रोडक्शन किया गया है वो सब मेक इन इंडिया है। यह सभी मेक इन इंडिया प्रोग्राम की तहत बनाई गई हैं। आपको बता दें कि लॉक डाउन की वजह से कई ऑटोमोबाइल कंपनियों को भारी नुकसान पहुंचा है। दर्द कंपनियों के वाहन बिक नहीं थे ऐसे में कंपनियां तरह-तरह के ऑफर शुरू कर रही है जिससे वाहनों की बिक्री को फिर से शुरू किया सके।
एचएमआईएल की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि कंपनी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के प्रति प्रतिबद्ध है। इसी के अनुरूप मई में कंपनी ने 5,000 से अधिक वाहनों का निर्यात किया है।
एचएमआईएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एस एस किम ने कहा, ‘‘हम एक बार फिर शांत तरीके से चीजों को सामान्य करना शुरू कर दिया है। मई में हम 5,000 से अधिक वाहनों का निर्यात कर चुके हैं।”
इन आंकड़ों के सामने आने के बाद एक बात तो साफ हो गई है कि कंपनी पर लॉक डाउन का कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ रहा है हालांकि बिक्री में कुछ कमी जरूर आई है लेकिन विदेशों में अभी कार की सप्लाई पहले की तरह ही जारी है। कंपनी के प्रोडक्शन हाउस खुलने के बाद एक बार फिर से कारों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। भविष्य में अगर लॉक डाउन में छूट मिलती है तो भारत में भी कार शोरूम खुलेंगे और बिक्री फिर से सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है।