इन आंकड़ों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान मारुति सुज़ुकी ( Maruti Suzuki ) की ज्यादातर कारों की बिक्री ( Maruti Suzuki car sale ) ग्रामीण इलाकों में हुई है जिसका मतलब यह है कि शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में ज्यादा कारों की बिक्री की गई है। आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में मारुति सुजुकी की कारों की ज्यादा बिक्री हुई है।
मारुति सुजुकी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ( मार्केटिंग एंड सेल्स ) शशांक श्रीवास्तव की तरफ से कहा गया है कि शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में मारुति सुज़ुकी कारों की मांग बढ़ी है और बीते जून महीने से ग्रामीण इलाकों में कारों की बिक्री का स्तर 40% तक पहुंच गया है जिसमें 1% की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
जानिए क्या है
आपको यह आंकड़े जानकर थोड़ी हैरानी जरूर हो रही होगी लेकिन इसका कारण बेहद ही साफ है। दरअसल शहरी इलाकों में कोरोनावायरस का असर ग्रामीण इलाकों की तुलना में काफी ज्यादा है। यही वजह है कि ग्रामीण इलाके ज्यादा प्रभावित नहीं हुए हैं और शहरी इलाकों पर कहीं ज्यादा असर पड़ा है।
ग्रामीण इलाकों में कारों की बिक्री पहले भी काफी ठीक-ठाक थी ऐसे में कोरोनावायरस की वजह से यह बिक्री पहले से कहीं ज्यादा बढ़ी हुई नजर आ रही है क्योंकि शहरी इलाकों में कोरोनावायरस की वजह से बिक्री पहले से कहीं ज्यादा प्रभावित हुई है। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में कारों की बिक्री बढ़ना लाजमी है।
कोरोनावायरस की वजह से ऑटोमोबाइल कंपनियों को अब तक का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है और यह नुकसान इतना ज्यादा है कि साल 2019 की मंदी से भी ज्यादा भारी पड़ रहा है। हालांकि अब हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं और कारों की बिक्री एक बार फिर से बढ़ रही है लेकिन इसके बावजूद भी अभी हालात पटरी पर आने में 6 से 7 महीने का समय लग सकता है। ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट्स की माने तो जल्द ही कारों की बिक्री फिर से बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि कार कंपनियां अब बिक्री बढ़ाने के लिए डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं।