मारुति सुजुकी इंडिया के अनुसार ‘सितंबर 2021 में सभी मॉडलों की कीमतों में बढ़ोतरी की योजना बनाई गई है।’ हालांकि किस माॅडल पर कितना दाम बढ़ाया गया, इस बारे में कंपनी ने अभी खुलासा नहीं किया है।
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ऑटो मांग 10-15 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद
वहीं, एजेंसी क्रिसिल के एक सर्वे के अनुसार त्योहारी सत्र की बिक्री और नई पेशकश के साथ ही खरीदार बढ़ने से ऑटोमोबाइल डीलरों की मांग में वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 10-15 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद बताई गई है। रेटिंग एजेंसी के अनुसार कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका सच होने की स्थिति में यह रफ्तार प्रभावित हो सकती है। इसके साथ ईंधन की कीमतों में तेजी और कलपुर्जा विनिर्माताओं (ओईएम) की आपूर्ति में बाधाओं से भी ऑटोमोबाइल क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। क्रिसिल के अनुसार ऑटोमोबाइल डीलरों का प्रदर्शन भी क्षेत्रवार अलग-अलग होता है, उत्तर भारत में डीलरशिप सबसे अधिक प्रभावित होती हैं।
तीसरी लहर की आशंका से सहमा ऑटो सेक्टर
यह सर्वे दोपहिया वाहनों, यात्री और वाणिज्यिक वाहनों के 123 से अधिक डीलरों के बीच किया गया। इसका मकसद डीलरों की भावनाओं और अपेक्षाओं के बारे में जानना था। क्रिसिल के निदेशक भूषण पारेख के अनुसार ‘पिछले वित्त वर्ष के त्योहारी सत्र में इसकी मांग बढ़ी थी, लेकिन यह टिकी नहीं रह सकी। दोपहिया डीलर सबसे ज्यादा परेशान हुए। इस वित्त वर्ष में बिक्री अभी महामारी से पहले के स्तर तक नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि डीलरों के बीच सकारात्मक धारणा है, मगर त्योहारी सीजन में कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर के कारण चिंता बरकरार है।