इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत के ज़्यादा होने का कारण गडकरी ने इस वेबिनार में आगे कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत ज़्यादा होने का कारण वर्तमान समय में इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले लिथियम की ज्यादा कीमत है।
लिथियम और इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत कम करने के उपाय गडकरी ने आगे बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों पर सरकार की तरफ से सिर्फ 5% GST है, जबकि पेट्रोल वाहनों पर 48% GST है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों पर सरकार की तरफ से कम GST लगाना और भविष्य में लिथियम के ज्यादा उत्पादन से इसकी कीमत कम होगी। गडकरी ने यह भी बताया कि सरकार ने 2030 तक 30% प्राइवेट कार, 70% तक कॉमर्शियल कार और 40% बसों को और 80 % दोपहिया और तिपहिया वाहनों को इलेक्ट्रिक बनाने का टारगेट निर्धारित किया है । ऐसे में लिथियम बैट्री का 81% प्रोडक्शन लोकल स्तर पर हो रहा है। साथ ही सस्ती बैट्री पर भी रिसर्च हो रही है। इससे लिथियम और इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत भी कम होगी।
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लगाए जा रहे हैं ज़्यादा से ज़्यादा चार्जिंग पॉइंट गडकरी ने बताया कि सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ज़्यादा से ज़्यादा चार्जिंग पॉइंट बनाने का काम कर रही है। सरकार द्वारा अगले 2 साल में देश में हजारों चार्जिंग पॉइंट स्थापित कर दिए जाएंगे। सरकार देश में 350 चार्जिंग पॉइंट लगाने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर चुकी है। इसके साथ ही पेट्रोल पंपों को भी इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग पॉइंट लगाने की अनुमति मिल चुकी है। ऐसे में अगले 2 साल में देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या भी तेज़ी से बढ़ेगी।