ET Auto में छपी रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने ये फैसला इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लिया है। इसके अलावा ये भी ख़बर आ रही है कि कंपनी ने अपने क्विक आर्म कॉमर्स ओला डैश को भी बंद कर दिया है। इस मामले से जुटे एक प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि, कंपनी अब अपने प्राथमिकताओं का पुनर्मूल्यांकन करते हुए ओला डैश बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है। प्रवक्ता ने कहा कि ओला कार्स के इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल अब ओला इलेक्ट्रिक सेल्स और सर्विस नेटवर्क को विस्तार देने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
बिजनेसलाइन के मुताबिक, ओला ने पिछले साल अक्टूबर महीने में अपना यूज्ड कार प्लेटफॉर्म लॉन्च किया और अरुण सरदेशमुख को अपना मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया था। हालांकि, पिछले महीने सरदेशमुख ने कंपनी छोड़ दी। उसी महीने, कंपनी ने पांच शहरों में अपना ऑपरेशन भी बंद कर दिया था। Ola का ये यूज्ड कार प्लेटफॉर्म बाजार में ओएलएक्स, ड्रूम और कार्स 24 जैसे कंपनियों के प्रतिद्वंदी के तौर पर शुरू किया गया था, लेकिन इसका सफर बहुत ही छोटा रहा।
क्या था कंपनी का प्लान:
ओला कार्स की योजना 300 सेंटर्स के साथ 100 शहरों में विस्तार करने की थी। इसके यूज्ड कार बिजनेस में 10,000 से अधिक लोगों को काम पर रखने की भी योजना भी बनाई गई थी। अब ऐसा माना जा रहा है कि इन बिजनेस को बंद करने के बाद कंपनी अपने मौजूदा कर्मचारियों को ओला इलेक्ट्रिक में शामिल कर सकती है। हालांकि ये महज एक अंदाजा मात्र ही है और इसके बारे में कंपनी की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है।
सेकेंड हैंड कार बाजार भारत में तेजी से बढ़ रहा है, एक रिपोर्ट के अनुसार यूज्ड कार बिजनेस ने नई कारों की बिक्री के मुकाबले काफी तेजी से ग्रोथ दर्ज की है। हालांकि इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है कि, यूज्ड बिजनेस में Ola की परफॉर्मेंस कैसी थी। इस समय बाजार में कई कंपनियां मौजूद हैं जो कि इस बिजनेस में हैं और कम कीमत में ग्राहकों को बेहतर विकल्प उपलब्ध करा रही हैं।