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Renault ने शुरू किया मेडिकल वाइजर बनाने का काम, डॉक्टरों को छू भी नहीं पाएगा कोरोना वायरस

कोरोना वायरस का संक्रमण किसी इंसान में आंख कान मुंह से हो सकता है ऐसे में की मौत हो चुकी है ऐसे में यह वाइजर ( Visor for face shield ) हेल्थ सेक्टर के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

Mar 25, 2020 / 11:51 am

Vineet Singh

Renault Making Visors to Combat Coronavirus

नई दिल्ली: दुनिया भर में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए दुनिया भर के डॉक्टर दिन रात एक कर रहे हैं और इन डॉक्टर्स को कोरोनावायरस ( coronavirus ) से बचाने के लिए अब ऑटोमोबाइल कंपनी Renault ने मेडिकल वाइजर बनाने का काम शुरू किया है जिससे डॉक्टरों को कोरोना वायरस के खतरे से बचाया जा सके ( Combat with Covid-19 )।

कोरोना वायरस का संक्रमण किसी इंसान में आंख कान मुंह से हो सकता है ऐसे में की मौत हो चुकी है ऐसे में यह वाइजर ( Visor for face shield ) हेल्थ सेक्टर के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

जानकारी के मुताबिक Renault के इंजीनियर्स ने यह भी कहा है कि 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी ( 3D printing technology ) की मदद से वेंटिलेटर को भी बनाया जा सकता है। कोरोना वायरस से जूझ रहे मरीजों के लिए वेंटीलेटर बेहद महत्वपूर्ण है ऐसे में कंपनी अगर 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी की मदद से वेंटिलेटर बनाती है तो यह कोरोना वायरस के मरीजों के लिए बहुत काम आएगा।

हाल ही में अमेरिका के प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप ने फोल्ड और जीएम जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियों से वेंटिलेटर को मैन्युफैक्चर करने के लिए कहा था।

भारत में भी जल्द महिंद्रा ग्रुप वेंटीलेटर्स का निर्माण शुरू करने वाला है। इस समय भारत में ऑटोमोबाइल कंपनियां वैसे भी अपनी कारों को नहीं बेच पा रही हैं ऐसे में वह अगर मेडिकल इक्विपमेंट्स का निर्माण करती हैं तो इससे कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या कम की जा सकती है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने पूरे देश में 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा कर दी है यह घोषणा 25 मार्च मंगलवार को की गई है।

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