बड़ी खबरः पेट्रोल के बढ़ते दामों के बीच सीएनजी बन सकती है गेम-चेंजर, एक नहीं कई हैं बड़ी वजह डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमिशन ने डब्लूआरआई इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में स्विच दिल्ली अभियान के तहत यह पहला वेबिनार आयोजित किया। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने स्विच दिल्ली संकल्प की शुरूआत कर इस वेबिनार को संबोधित किया और दिल्ली में सभी को इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस दौरान कैलाश गहलोत ने कहा, “दिल्ली में इलेक्ट्रिक व्हीकल क्रांति का हिस्सा बनने और राजधानी को भारत की ईवी राजधानी बनाने की प्रतिबद्धता को मजबूत करने के लिए स्विच दिल्ली संकल्प को लॉन्च किया गया है।”
गहलोत ने आगे कहा, “दिल्ली में करीब 7000 से अधिक नए इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत किए गए हैं। राजधानी में स्वीकृत 210 से अधिक मॉडल्स पर करीब 13.50 करोड़ रुपये की सब्सिडी अब तक वितरित की जा चुकी है।”
BIG NEWS: महंगे पेट्रोल के बीच वाहनों में गाय के गोबर की सीएनजी पड़ेगी सस्ती, आयोग ने दिया बड़ा सुझाव राजधानी में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीदारी में तेजी लाने के लिए जनता और हितधारकों के साथ जुड़ाव बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किए गए इस वेबिनार में 100 से ज्यादा लोग शामिल हुए। इस वेबिनार ने दो पैनलों की मेजबानी की गई। पहले पैनल में इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने वाले व विशेषज्ञों के बीच चर्चा हुई जबकि दूसरे में युवा दिल्ली में ईवी आंदोलन कैसे चलाया जा सकता है, इस बारे में चर्चा की गई।
डब्ल्यूआरआई इंडिया में परिवहन निदेशक अमित भट्ट द्वारा संचालित विशेषज्ञ पैनलिस्टों में डब्ल्यूआरआई इंडिया के डॉ. ओपी अग्रवाल, बीआरपीएल के अभिषेक रंजन, आरएमआई इंडिया की अक्षिमा घाटे और ईवी मालिक आयुषी जैन शामिल हुए।
बता दें कि स्विच दिल्ली अभियान के तहत आयोजित किया गया यह पहला वेबिनार है। दिल्ली सरकार द्वारा स्विच दिल्ली एक आठ सप्ताह का जन जागरूकता अभियान है। इसका मकसद प्रत्येक दिल्लीवासी को पर्यावरण के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों में स्विच करने के फायदों के बारे में जागरूक करना है।
Must Read: कार चालकों के लिए काम की वो 7 बातें, जिन्हें हमेशा करेंगे फॉलो तो हर सफर रहेगा सुहाना इसके साथ ही कोशिश है कि लोगों को दिल्ली की ईवी नीति के तहत विकसित किए जा रहे प्रोत्साहनों और बुनियादी ढांचे के बारे में संवेदनशील बनाया जा सके। इस अभियान का उद्देश्य दिल्ली में प्रत्येक व्यक्ति को प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों से शून्य उत्सर्जन वाले इलेक्ट्रिक वाहनों में स्विच करने के लिए बताना, प्रोत्साहित करना और प्रेरित करना है।