कंपनी की तरफ से चालक की मौत की सूचना दिए जाने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन (एनएचटीएसए) ने ऑटोपायलट के परफॉर्मेंस की ‘प्रारंभिक जांच’ शुरू कर दी। टेस्ला ने अपने एक बयान में कहा कि ऑटो पायलट मोड में कंपनी की गाड़ियां 20.9 करोड़ किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय कर चुकी हैं और इस मोड में ड्राइविंग के दौरान हुई यह पहली दुर्घटना है।
टेस्ला ने यह प्रणाली पिछले साल शुरू की थी। यह प्रणाली किसी वाहन को स्वत: ही लेन बदलने, गति निर्धारित करने और ब्रेक लगाने के लिए तैयार करती है। इस प्रणाली को चालक ही सक्रिय करता है। बयान में कहा गया, ‘‘अमेरिका में अाम वाहनों में हर 9.4 करोड़ मील पर एक मौत होती है। विश्वभर में हर 6 करोड़ मील पर एक मौत होती है।
” एनएचटीएसए अपनी प्रारंभिक जांच में यह जानने की कोशिश करेगा कि आॅटो मोड सिस्टम अपेक्षाओं के अनुरूप काम कर रहा था या नहीं। टेस्ला ने दुर्घटना के पीछे का कारण स्पष्ट करते हुए कहा कि कार एक हाइवे पर जा रही थी, तभी दूसरी तरफ से आ रहे एक ट्रैक्टर ट्रॉलर ने अचानक लेफ्ट टर्न ले लिया जिससे टक्कर हो गई।