600 करोड़ रुपये की चालान राशि बकाया
बता दें, पुलिस ने चालान माफ करने को "मानवीय भाव" बताते हुए कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि पिछले दो वर्षों में COVID महामारी के कारण जनता को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। हैदराबाद, साइबराबाद और राचकोंडा कमिश्नरी में करीब 1.6 करोड़ से अधिक चालान लंबित हैं, जिनकी राशि 600 करोड़ रुपये है और उनमें से 60% चालान यातायात नियमों का उल्लंघन करने के लिए दोपहिया वाहनों पर लगाये गए हैं। वहीं हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस के एक बयान के अनुसार, "सभी लंबित चालानों में से 85% या तो दोपहिया वाहन मालिक या ऑटो मालिक हैं, जो मुख्य रूप से समाज के मध्यम/गरीब वर्ग से हैं।
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किसकों कितना चुकाना होगा चालान
इस चालान छूट योजना के तहत दोपहिया वाहन मालिक 25 प्रतिशत, कार मालिक 50 प्रतिशत बकाए का भुगतान और आरटीसी बस मालिक 30 प्रतिशत बकाया का भुगतान करते हैं, तो तेलंगाना पुलिस शेष राशि माफ कर देगी। इस बात की जानकारी शहर में ट्रैफिक पुलिस विभाग वाहन चालकों को ड्राइव के दौरान दे रही है। फिलहाल, देखना होगा कि महीने भर के भीतर इस अभियान में ट्रैफिक पुलिस कितना चालान वसूलती है।