जानकारी के मुताबिक ऑटोमोबाइल कंपनियों के पास तकरीबन 4600 करोड़ रुपए के bs4 वाहनों का स्टॉक बचा हुआ है जिसे खरीदार नहीं मिले हैं पहले मंदी और अब कोरोनावायरस की वजह से इस टॉप क्लियर नहीं हो पाया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक 31 मार्च 2020 के बाद बीएस-4 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाएगा लेकिन भारी संख्या में bs4 वाहन बच्चे होने की वजह से कार और बाइक्स डीलर काफी परेशान है।
वाहन डीलर्स को ऐसा लग रहा था कि वह 31 मार्च तक बचा हुआ bs4 स्टॉप क्लियर कर देंगे लेकिन फिर तभी कोरोनावायरस कि भारत में दस्तक हो गई और देश में लॉक डाउन का ऐलान करना पड़ा।
लॉक डाउन की वजह से वाहनों की शोरूम पूरी तरह से बंद है और लोगों को अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है ऐसे में डीलर्स को काफी बड़ा नुकसान हो सकता है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल्स डीलर्स एसोसिएशन ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था और मई अंत तक bs4 वाहनों की बिक्री जारी रखने की गुहार लगाई थी लेकिन इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कोई राहत नहीं दी गई है। ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि ऑटोमोबाइल कंपनियों को भारी नुकसान हो सकता है हालांकि अभी भी कंपनियों को उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में थोड़ी ढील बरतेगा।