अक्षय नवमी तिथि पर रामनगरी में उमड़ा आस्था का सैलाब 20 लाख से अधिक श्रद्धालु कर रहे हैं परिक्रमा देश के कोने-कोने से 14 कोसी परिक्रमा करने आए लाखों श्रद्धालु नंगे पाओं परिक्रमा पथ पर जय श्री राम का घोष करते हुए निकल पड़े। परिक्रमा पथ कैसा भी हो लेकिन जुनून है तो बस परिक्रमा पूरी करने का।अयोध्या और फैजाबाद की परिधि में लगभग 42 किलोमीटर की परिक्रमा 24 घंटे के अंदर पूरी करनी होती है लेकिन श्रद्धालुओं का जुनून ऐसा कि कुछ लोग 6 घंटे में 7 घंटे में तो कुछ 8 से 10 घंटे में पूरी कर लेते हैं। अयोध्या नया घाट फैजाबाद के नाका सहादतगंज गुप्तार घाट लक्ष्मण घाट होते हुए परिक्रमा का यह हुजूम नया घाट पहुंचता है हालांकि कोई भी श्रद्धालु किसी भी स्थान से अपनी परिक्रमा शुरू कर सकता है और फिर आकर वहीं पर खत्म करता है। यह सिलसिला तब तक चलता रहेगा जब तक श्रद्धालुओं की 14 कोसी परिक्रमा पूरी नहीं हो जाती।अयोध्या की संवेदनशीलता को देखते हुए संगीनों के साए में परिक्रमा को संपन्न कराया जा रहा है।अयोध्या के सभी प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिंग कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का दावा किया गया है। परिक्रमा करने के पूर्व व परिक्रमा करने के बाद लाखों श्रद्धालु सरयू में स्नान कर दान पुण्य कर रहे हैं।