सरकारी स्कूलों में न बना मध्यान्ह भोजन तो होगी ज़िम्मेदारों पर कड़ी कार्यवाही जिलाधिकारी ने बैठक में कहा कि ड्रेस की गुणवत्ता चेक करने के लिए वे स्वयं स्कूल जायेंगे तथा किसी को भी भेजकर चेक करा सकते है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिस कपड़े का ड्रेस सिला जाए उसका सैम्पुल अवश्य स्कूल में रखा जाए। एक जुलाई से कक्षायें विधिवत शुरू कर पठन-पाठन के स्तर को ऊपर उठाये। जिलाधिकारी ने सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि मैं यह कदापि नहीं सुनुगां कि विद्यालय में मध्यान्ह भोजन नही बन रहा है, यदि कहीं समस्या है तो वहां के समस्या का समाधान करायें तथा कृत कार्यवाही से भी अवगत करायें।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती अमिता सिंह ने बैठक में सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि कल सभी प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक कर उन्हें निर्देशित करें कि अपने स्कूल के आस-पास के दर्जीयों को चिन्हित कर लें, तथा 27 जून को जब बच्चें स्कूल आए तो उनके नाप उसी दिन कराकर ड्रेस सिलने को दे दें। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ड्रेस के बजट के साथ जूता-मोजा व सभी पुस्तकें प्राप्त हो गयी है जिनका वितरण 27 जून से 30 जून के मध्य किया जाना है।