अखिलेश यादव का नया विवाद बताया कैसे हिंदू बनाते हैं मंदिर दरअसल सिद्धार्थनगर से वापस लौट रहे अयोध्या पहुंचे अखिलेश यादव ने प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान कहा कि ज्ञानवापी मामला कोर्ट का है जिसकी जिम्मेदारी थी सर्वे करने की आखिरकार वह रिपोर्ट बाहर कैसे आ गई। तो वही हिन्दू धर्म के देवी देवता और पूजा पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि हमारे धर्म में यह है कि कहीं पर भी पत्थर रख दो एक लाल झंडा रख दो, पीपल के पेड़ के नीचे मंदिर बन गया। इसलिए बीजेपी से सावधान रहिए। बीजेपी जानबूझ कर ज्ञानवापी मस्जिद का मामला उठाया रही है।
राम मंदिर में भगवान की प्रतिमा पर भी उठाए सवाल सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी मंदिर मस्जिद विवाद को लेकर 23 दिसंबर 1949 को राम जन्मभूमि परिसर में भगवान श्री राम के मूर्ति को प्राकट्य कराए जाने का मामले को लेकर कहा एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरे मूर्तियां रख दी गई थी।
मुसलमानों को डरा रही भाजपा : अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कोई बड़ा कार्य नहीं करना चाहते हैं वह सिर्फ होल्डिंग हटवाना चाहते हैं। गरीबो की दुकान हटवाना चाहते हैं। कहते हैं कि बहुत गरीब है सड़क के किनारे बहुत होल्डिंग लग गई है ककसे हटाया जाए उसकी तैयारी हो रही है। जिस तरीके से बनारस के ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा उठाया जा रहा है। ये स्मोक्स्क्रीन है। भाजपा यह मुद्दा जानबूझ कर उठा रही है। जिस प्रकार से अंग्रेजों ने डिवाइड एंड रूल किया था उसी तरीके से भारतीय जनता पार्टी भी कार्य कर रही है यह सिद्धांत हजारों साल पुराना है जो कभी अंग्रेज इस्तेमाल करते थे उन्हीं सिद्धांत पर भारतीय जनता पार्टी चल रही है हमें आपको कभी धर्म और जाति के नाम पर डरा रही है यह केवल डर जाति और हमारे मुसलमानों को डराने के लिए उठा रही है।