कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अयोध्या के न्यायालय में दाखिल परिवाद मामले में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरसल अयोध्या न्यायालय एडीजे प्रथम अदालत में दर्ज कराई परिवाद प्रकरण में अधिवक्ता द्वारा जारी किए गए वकालतनामें पर राहुल गांधी के जाली हस्ताक्षर का प्रकरण सामने आया है. वकालतनामें पर राहुल गांधी के पिता का नाम और पता दर्ज न होने का आरोप वादी और सामाजिक कार्यकर्ता मुरलीधर चतुर्वेदी ने अपने अधिवक्ता के जरिए एक और केस अयोध्या में एडीजे प्रथम न्यायालय में दर्ज कराया है.
वादी मुरलीधर चतुर्वेदी के अधिवक्ता विवेक सोनी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के अधिवक्ता ने नाथ सिंह द्वारा दाखिल किए गए वकालतनामा में राहुल गांधी का फर्जी हस्ताक्षर है एक सांसद होने के नाते राहुल गांधी के हस्ताक्षर जो इंटरनेट पर मौजूद है वह मेल नहीं खाते हस्ताक्षर के मामले में एक और वाद एडीजे प्रथम के कोर्ट में दायर किया है जिसे स्वीकार करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। अब अगली सुनवाई 5 मई को रखी गई है माना जा रहा है कि इस दौरान राहुल गांधी जी पहुंच सकते हैं।