अयोध्या में दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन ध्या के सरयू तट स्थित राम की पैड़ी पर अयोध्या शोध संस्थान व केंद्रीय संगीत नाट्य एकेडमी के द्वारा मृदंग कला की स्थापित करने वाले डॉक्टर राम शंकर दास उर्फ पागल दास के जन्म शताब्दी दिवस के उपलक्ष्य में पखावज महोत्सव के दो दिवशीय आयोजन का उद्घाटन रामबल्हभा कुछ क्या अधिकारी राजकुमार दास के द्वारा दीप प्रजनन कर किया गया। तो वहीं मृदंग कला कलाकारों को अंगवस्त्र से सम्मानित भी किया गया। इस कार्यक्रम में अयोध्या में स्थानीय लोगो के साथ संत समाज भी शामिल हुए। तो वहीं युवाओं के लिए हार्मोनियम के साथ मृदंग का स्वर आकर्षण बना रहा।
देश के विभिन्न स्थानों के कलाकार महोत्सव में हुए शामिल इस कार्यक्रम के आयोजक अयोध्या शोष संस्थान के अधिकारी हरि द्विवेदी ने बताया कि अयोध्या के डॉक्टर राम शंकर दास जिसको दुनिया पागल दास के नाम से जानती है वह पूरे विश्व में मृदंग के महान कलाकार थे जिन्होंने मृदंग की शुरुआत कराई आज उनके जन्म शताब्दी दिवस के उपलक्ष में केंद्रीय संगीत नाट्य अकादमी नई दिल्ली और अयोध्या को संस्थान के द्वारा पखावज महोत्सव का आयोजन किया गया है इस नई दिल्ली लखनऊ दिल्ली मुंबई पुणे उज्जैन जैसे कई अन्य स्थानों के भी कलाकार इस आयोजन में शामिल होने के लिए आए हुए हैं वही बताएं कि इसका मुख्य उद्देश्य यही है कि जो अपनी पारंपरिक वाद व विधाएं है। उनको पुनर्जीवित करें और संरक्षित करें। इसके लिए सभी को एक मंच पर लाने के लिए इस मंच का आयोजन किया गया है साथ ही इसका उद्देश्य है कि ऐसे कलाकारों को रोजी रोजगार के साधन भी प्राप्त हो पखावज आज की दुनिया में लिप्त हो गया है। क्योंकि तबला नाल, ढोलक, से भी पीछे हो गया है। इस आयोजन के माध्यम से पुनः समाज स्थपित करने का प्रयास कर रहे हैं।