5 अगस्त को पूरे विश्व में अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण की झलक दिखाने का काम अयोध्या में शुरू हो गया है। रामनगरी को युद्ध स्तर पर सजाने संवारने का कार्य चालू हो गया है। पीएम मोदी के आगमन के स्वागत के लिए 12 मुख्य द्वार बनाए जा रहे हैं। वहीं अयोध्या के एक दर्जन से अधिक मठ मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइटों से सुसज्जित किया जा रहा है। यहां 3, 4 व 5 अगस्त को विभिन्न मंदिरों में भव्य आयोजन की तैयारी है। दीपोत्सव जैसा कार्यक्रम मनाया जाएगा।
जर्मन टेंट हैंगर बारिश से करेंगे बचाव :- श्री रामजन्मभूमि परिसर में कोरोना महामारी के कारण पीएम मोदी और मंदिर आंदोलन से जुड़े देश के कुछ चुनिंदा प्रमुख संत-महंतों और आंदोलन के मुखिया रहे लोगों को जाने की अनुमति होगी। ट्रस्ट के पदाधिकारियों की मौजूदगी अलग से होगी। पूरे आयोजन को सोलो लाइव कार्यक्रम के जरिए घर-घर पहुंचाने की योजना है। पूरे कार्यक्रम की कमान सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथ मे होगी। बारिश से बचने के लिए पर्याप्त संख्या में टेंट जर्मन हैंगर लगाए जा रहे हैं। पूरे नगर को साउंड और लाइट से सजाया जा रहा है। प्रवेश द्वार पर तोरण द्वार बन रहे हैं। नगर के सभी बड़े सभागारों में बड़ी स्क्रीन के माध्यम से कार्यक्रम का प्रसारण की योजना है। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए ही सभी कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं।
भगवा रंगों से पटेगी अयोध्या :- अयोध्या में पीएम आगमन की तैयारी को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व जिला प्रशासन के साथ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी जुटे हैं। पूरे नगर में भगवा झंडा लगाए जा रहे हैं। अयोध्या में साफ सफाई की व्यवस्था के लिए 4000 भाजपा कार्यकर्ता और स्वंयसेवक जुटे हुए हैं। अयोध्या में 3 दिनों की दीपोत्सव जैसा माहौल बने इसके लिए स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। कोविड-19 की एडवाइजरी के तहत अयोध्या को संवारने का काम हो रहा है।