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अयोध्या में आलू के बीज के लिए मारामारी, लगी है लंबी कतार

locationअयोध्याPublished: Oct 21, 2020 03:31:02 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

यूपी के सीएम योगी किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखने के लिए रोजाना कुछ न कुछ योजनाएं घोषित कर रहे हैं।

अयोध्या में आलू के बीज के लिए मारामारी, लगी है लंबी कतार

अयोध्या में आलू के बीज के लिए मारामारी, लगी है लंबी कतार

अयोध्या. यूपी के सीएम योगी किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखने के लिए रोजाना कुछ न कुछ योजनाएं घोषित कर रहे हैं। धान खरीद सही ढंग से हो और किसानों को पैसा सही वक्त पर मिले इसके लिए सीएम योगी ने जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। पर कोरोना काल मे भले ही प्रदेश सरकार किसानों को योजनाओं के तहत सुविधा देने का दावा कर रही है लेकिन हकीकत की तस्वीर बिल्कुल उलट है। अयोध्या सहित कई जिलों में किसानों को आलू का बीज लेने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। अयोध्या में बुधवार सुबह से ही आलू बीज लेने के लिए किसानों की लंबी कतार लग गई पर बीज है की मिलने का नाम ही नहीं ले रहा है।
अयोध्या जनपद में आलू के बीज के लिए मारामारी शुरू हो गई है। शहर के सिविल लाइन क्षेत्र के उद्यान विभाग में भोर से ही किसानों की लंबी लाइन लग गई। सैकड़ों किसान आलू की बीज लेने के लिए सुबह से ही खड़े हो गए। उद्यान विभाग के बाहर अयोध्या जिले के सभी ब्लॉक के प्रभारी मौजूद थे। केवल तारुन ब्लाक के प्रभारी मौके पर नहीं पहुंचे। किसानों का आरोप है कि तारुन के किसानों को जानकारी नहीं दी गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की खूब धज्जियां उड़ाई गई। शहर के सिविल लाइन क्षेत्र के उद्यान विभाग में आलू बीज के लिए किसानों की भारी भीड़ लग गई।
किसानों ने कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि, बाबू लोग आते हैं विभाग में पैसा लेकर, जाकर टोकन चुपके से दे देते हैं, कम से कम 20 लोग ही यही काम कर रहे हैं। किसानों की सुविधा के लिए सरकारी गोदामों, कृषि विभाग, उद्यान विभाग में कोई व्यवस्था नहीं है। केवल किसानों को बरगलाया जाता है।
किसानों ने आरोप लगाया कि धान की फसल तैयार हो गई है। लेकिन धान क्रय केंद्रों पर किसानों का धान खरीदा नहीं जा रहा है। क्रय केंद्र प्रभारी कहते हैं कि अभी धान में नमी ज्यादा है। किसानों ने कहा कि यदि नमी ज्यादा है तो धान क्रय केंद्र क्यों खोले गए। केवल सरकार तक आंकड़ेबाजी पहुंचाने के लिए ही केंद्र खोल दिए गए हैं। बाकी सेठ-साहूकारों का धान लेकर के कोटा दुरुस्त कर लिया जाएगा। किसान बेचारा साहूकारों के हाथों ठगी का शिकार होने के लिए मजबूर है।
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