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कर्नाटक में एक जून से खुल रहे मंदिर, यूपी में भी मंदिर के पट खोलने की मांग उठी, अयोध्या की वजह है बेहद वाजिब

locationअयोध्याPublished: May 27, 2020 11:32:47 am

Submitted by:

Mahendra Pratap

पर उत्तर प्रदेश में अयोध्या हो, काशी हो, फिर मथुरा हो या प्रयागराज आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों को नहीं खुलने के आदेश हैं। अयोध्या के साधु-संतों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दर्शनार्थियों के लिए मंदिरों में दर्शन पूजन कराने की मांग शुरू कर दी है।

कर्नाटक में एक जून से खुल रहे मंदिर, यूपी में भी मंदिर के पट खोलने की मांग उठी, अयोध्या की वजह है बेहद वाजिब

कर्नाटक में एक जून से खुल रहे मंदिर, यूपी में भी मंदिर के पट खोलने की मांग उठी, अयोध्या की वजह है बेहद वाजिब

अयोध्या. कर्नाटक में एक जून से सभी मंदिर खुलने जा रहा है। आज से 52 मंदिरों की ऑनलाइन सेवा बुकिंग भी शुरू हो जाएगी। पर उत्तर प्रदेश में अयोध्या हो, काशी हो, फिर मथुरा हो या प्रयागराज आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों को नहीं खुलने के आदेश हैं। अयोध्या के साधु-संतों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दर्शनार्थियों के लिए मंदिरों में दर्शन पूजन कराने की मांग शुरू कर दी है। वर्तमान में मंदिर परिसर में रहने वाले पुजारी व व्यवस्था सम्बंधित लोग भगवान की आरती व पूजन में शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा बाकी जगहों के साधु संतों ने सरकार से मंदिर खोलने की मांग की है।
देश के विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश में आ रहे मजदूरों के कारण पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रहा है जिसको लेकर अभी किसी भी सार्वजनिक स्थल को खोले जाने की अनुमति नहीं मिली है ऐसे में मंदिरों की नगरी का जाने वाली अयोध्या, मथुरा, प्रयागराज और काशी में बाहर के श्रद्धालु के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए भी मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए प्रवेश वर्जित किया गया है। अयोध्या मंदिरों की नगरी हैं जहां आम दिनों में लाखों की भीड़ अयोध्या के कुछ प्रमुख मंदिरों में होती है, जिसमें कनक भवन, हनुमानगढ़ी, श्रीरामजन्मभूमि, नागेश्वरनाथ, मणिराम दास छावनी, जानकी महल, राम हर्षण कुंज, श्रीरामवल्लभा कुंज, छोटी देवकाली, धीरेश्वर नाथ महादेव मंदिर, जानकी घाट बड़ा स्थान, दशरथ महल सहित अन्य कई मंदिर है। लेकिन इस बीच मंदिर परिसर की धुलाई प्रतिदिन की जा रही है साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परिसर के अंदर अन्य कार्य भी हो रहे हैं।
साधु संत काफी चिंतित :-रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहाकि राम जन्मभूमि परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है और जो लोग भी दर्शन के लिए आ रहे हैं इसके लिए सेनीटाइज की भी व्यवस्था की गई है समय-समय पर वहां पर लगे कर्मचारियों व सुरक्षाकर्मियों की थर्मल स्कैनिंग व अन्य जांच किया जा रहा है। आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि अयोध्या में अन्य मंदिरों के हालात इस वक्त सही नहीं है क्योंकि यहां की व्यवस्थाएं भक्तों पर डिपेंड करती है। लॉकडाउन की वजह से कोई भी दर्शनार्थी मंदिरों तक नहीं पहुंच पा रहा है इसलिए साधु संत काफी चिंतित हैं।
मंदिरों की स्थिति सही नहीं :- हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने बताया कि अभी अयोध्या में मंदिरों को आम नागरिकों के लिए नहीं खोला जा सका है लेकिन इस दौरान पूरे मंदिर परिसर की साफ-सफाई की जा रही है प्रतिदिन धुलाई के साथ सैनिटाइजर का छिड़काव भी किया जा रहा है। इसके साथ ही लोकल स्तर पर दर्शनार्थियों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग से पूजन अर्चन की अनुमति उत्तर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को देनी चाहिए, जिससे मंदिरों की व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके। पुजारी राजू दास ने बताया कि मंदिरों की व्यवस्था है दर्शनार्थियों की बदौलत चलती है, लॉकडाउन की वजह से एक लंबे अरसे से दर्शनार्थियों का प्रवेश न होने के कारण मंदिरों की स्थिति अब कुछ सही नहीं है, इसका भी ध्यान जिला प्रशासन को रखना होगा।

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