ग्राम प्रधान नही पार्षद तैयार करेगी विकास का खाका उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के बनते ही 2017 में अयोध्या को नगर निगम घोषित कर दिया था इसके साथ ही 2019 में नगर निगम के विस्तार को लेकर आसपास के 41 गांवों के को शामिल करने की घोषणा की गई थी। लेकिन पंचायती व्यवस्था समाप्त न होने कारण अभी इन गांवों को शामिल नही किया जा सका है। 30 सितंबर को कार्यकाल होने के साथ अब नगर निगम में शामिल होने का पत्राचार तेज कर दिया गया। अब इन गांवों में पंचायत व प्रधानी चुनाव नही होंगे बल्कि अब नगर के चुनाव में इन गांवों में पार्षद की व्यवस्था होगी। साथ ही नगर निगम द्वारा ही सभो गांवों के विकास का खाका भी तैयार किया जाएगा।
नगर निगम में शामिल 41 गांव के नाम नगर निगम अयोध्या में माझा शाहनवाज पुर, जीयनपुर, माझा बरहटा, आसिफ बाग, पाठकपुर उपरहार, शाहनेवाजपुर उपहार, हैबतपुर, मख्खापुर, तटपुरा, आशापुर, रानोपाली, शाहजहांपुर, देवकाली, सजनवा, मिर्जापुर उर्फ समसुद्दीनपुर, मिर्जापुर माफी, धर्मपुर सहादत, नंदापुर, भीखापूर, कोरखाना, सुल्तानपुर बछड़ा, जनौरा, पूरे हुसैन खान, मालिकपुर, काजीपुर, गोपालपुर, डाभासेमर, चांदपुर हरवंश, हंसापुर, उसुरू, पलिया शाहाबादी, पहाड़गंज, खोजनपुर, गद्दोपुर, अब्बू सराय, बनबीरपुर, माझा आशिफ़बाग, कुढा केशवपुर उपहार, माझा केशवपुर, कुशवाहा, मऊ यदुवंशपुर का नाम शामिल है।
नगर निगम महापौर ऋषिकेश उपाध्यय ने बताया कि नगर विकास द्वारा नगर निगम अयोध्या में 41 गांवों को शामिल करने का प्रस्ताव पास किया गया जिसके लिए पंचायत विभाग द्वारा नोटिफिकेशन होना है। उसके बाद पूरी तरह से यह 41 गांव नगर निगम में शामिल हो जायेगें। जिसके बाद विस्तृत रूप से डीपीआर तैयार किया जाएगा विकास का खाका खींचा जाएगा।