वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा ने बताया कि नए नक्शे के अनुसार मंदिर परिसर क्षेत्र का दायरा 100 से 120 एकड़ में विस्तारित किया जा सकता है। मंदिर की रूपरेखा तैयार होने के 15 दिन के भीतर ही नई डिजाइन के अनुसार मास्टरप्लान तैयार हो जाएगा। सोमपुरा ने बताया कि मंदिर के मौजूदा डिजाइन के हिसाब से करीब 100 करोड़ रुपए की लागत आएगी। डिजाइन में बदलाव के बाद खर्च बढ़ सकता है।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि चंद्रकांत सोमपुरा की टीम ही राममंदिर का निर्माण करेगी। सोमनाथ मंदिर को भी इन्हीं लोगों ने बनाया है। मंदिर निर्माण में पैसे कि कमी नहीं होगी। इसके लिए 10 करोड़ परिवार दान देंगे। यह मंदिर बनने में करीब साढ़े तीन साल का समय लगेगा। और धन दान के जारिए ही आएगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट गठन के बाद ट्रस्ट के बैंक खाते रामनवमी के पर्व पर सार्वजनिक किया गया। ट्रस्ट के दो खाते हैं, पहला बचत खाता और दूसरा चालू खाता। 3 अप्रैल को ट्रस्ट का खाता खुलने के बाद रामलला मंदिर में चढ़ावे की जमा 12.75 करोड़ रुपए ट्रांसफर की गई है। महाबीर मंदिर ट्रस्ट पटना के महासचिव किशोर कुणाल ने भी 2 करोड़ रुपए का चेक खाते में जमा करने के लिए दिए हैं। किशोर के मुताबिक 8 करोड़ रुपए की धनराशि महाबीर मंदिर ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए सुरक्षित रखा है जिसे कई किश्तों में श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जमा किया जाएगा। इस बीच मेदिर में दान और चढ़ावे से रकम लगामार आ रही है।