धार्मिक नगरी में वृद्ध संतों ने भी डाला वोट,कोई व्हील चेयर के सहारे तो कोई कन्धों की मदद लेकर पहुंचा बूथ तक
शाबाश : इन्होने कुछ इस तरह निभायी लोकतंत्र के उत्सव में अपनी अहम् ज़िम्मेदारी
अनूप कुमार अयोध्या : लोकसभा चुनाव 2019 के अंतर्गत पांचवें चरण का मतदान सोमवार की शाम 6:00 बजे समाप्त हुआ | उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर हुए मतदान में अलग-अलग संसदीय क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत 50 से लेकर 64 फ़ीसदी के बीच रहा | इस बार के चुनाव में फैजाबाद संसदीय सीट के मतदाताओं ने भी जोश दिखाया और पिछले चुनाव की अपेक्षा लगभग 3% अधिक वोट पड़े | शाम 6:00 बजे तक 61 फ़ीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया | इस वोट प्रतिशत में ना सिर्फ युवा वर्ग ने अपना अहम किरदार निभाया बल्कि सीनियर सिटीजन ने भी अपनी जिम्मेदारी को समझा |
पूरे दिन फैजाबाद संसदीय क्षेत्र के अलग-अलग मतदान केंद्रों पर भीषण गर्मी के बावजूद कतारबद्ध होकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया | नाका क्षेत्र में स्थित मतदान केंद्र पर जब एक वृद्ध महिला ठीक से चलकर मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पा रही थी | उस समय ड्यूटी पर तैनात हवाई पट्टी चौकी प्रभारी जमानत अब्बास ने महिला को सहारा देकर ना सिर्फ मतदान केंद्र तक पहुंचाया बल्कि मतदान करने में उसकी मदद भी की | मतदान करने के बाद कुछ देर तक छांव में बैठने के बाद महिला वापस अपने घर चली गई | वहीं बीकापुर से भी मतदाताओं को जागरूक करने की एक तस्वीर सामने आई | जिसमें वृद्ध व्यक्ति को एक पुलिसकर्मी ने गोद में उठाकर मतदान केंद्र तक पहुंचाया और उसके बाद वृद्ध व्यक्ति ने मतदान किया | पूरे संसदीय क्षेत्र में कई स्थानों पर ऐसी तस्वीरें देखने में आई जहां पर ड्यूटी पर तैनात मतदानकर्मी और सुरक्षाकर्मियों ने मतदाताओं की मदद की और उन्हें मतदान करने में सहयोग दिया | इसी संयुक्त प्रयास से फैजाबाद में इस बार मतदान का प्रतिशत 60 फ़ीसदी के पार पहुंच सका |
धार्मिक नगरी अयोध्या में भी मतदाताओं ने खासा उत्साह दिखाया ,खासतौर पर संतों ने भगवान की पूजा पाठ सेवा के बाद लोकतंत्र के उत्सव में भी हिस्सा लिया | अयोध्या के हनुमान गढ़ी के नागा संतों के साथ ही अयोध्या के करीब 6 हजार मंदिरों में रहने वाले संतों ने वोट डाला | कटरा पोलिंग बूथ पर दिव्यांग बाबा राम अशंकर दास ने स्काउट गाइड के बच्चों की मदद से व्हील चेयर के सहारे मतदान केंद्र के अन्दर जाकर वोट डाला ,वहीँ काफी दिनों से बीमार चल रहे वृद्ध राममिलन भी अपने बेटों के कन्धों का सहारा लेकर पोलिंग बूथ तक पहुंचे और वोट डाला |