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मंदिर-मस्जिद विवाद : आपसी समझौता बैठक विफल, नाराज होकर बाहर निकले मोहम्मद अंसारी

locationअयोध्याPublished: Nov 13, 2017 08:43:56 am

Submitted by:

Hariom Dwivedi

अयोध्या के हनुमान मंदिर में आयोजित बैठक विफल रही, मंदिर-मस्जिद विवाद पर आपसी सहमति न बन पाने के ये रहे कारण

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अयोध्या. राम जन्मभूमि व बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर अयोध्या के बेनीगंज स्थित हनुमान गढ़ी पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की अध्यक्षता में पक्षकरों की बैठक हुई। बैठक में पक्षकार धरम दास, सुरेश दास, मुस्लिम पक्षकार मोहम्मद इकबाल अंसारी, और शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वाशिम रिजवी तथा कई संत रहे। बैठक का मकसद आपसी सहमति के जरिए मंदिर-मस्जिद विवाद को सुलझाना था, लेकिन ये समझौता बैठक विफल रही।
मुस्लिम पक्षकार मोहम्मद इकबाल अंसारी थोड़ी ही देर में बैठक छोड़ कर चले गए। बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने कहा कि नरेंद्र गिरि किस हैसियत से बात करने आए हैं। हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन बात उसी से होगी, जो मामले में पार्टी होंगे और नरेंद्र गिरि पार्टी नहीं हैं। कोर्ट भी उनकी बात नहीं मानेगी। उन्होंने कहा कि अगर वार्ता ही करनी है तो सरकार अपना प्रतिनिधि नियुक्त करे। हालांकि, महंत नरेंद्र गिरि और वसीम रिजवी ने कई पक्षकारों से बातचीत के बाद घोषणा की कि 15 नवंबर को राम मंदिर निर्माण के लिए समझौता मसौदा तैयार कर सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इसलिए बिफर गए इकबाल अंसारी
गुप्त बैठक हनुमान मंदिर के एक कमरे में हुई। जैसे ही बैठक शुरू हुई, थोड़ी ही देर बाद मोहम्मद इकबाल अंसारी बैठक से नाराज होकर बाहर निकल आए। आते ही उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि रिजवी ने इस बैठक में कहा है की सुन्नियों का यहां कुछ है ही नहीं। न तो यहां इनका मकान है, न ही दुकान और न ये मुसलमान हैं। उन्होंने कहा कि अब अयोध्या के संतों के साथ बात होगी। आज यहां हिन्दू-मुसलमान मिलकर रह रहा है। रिजवी का फॉर्मूला बेकार है। शिया वक्फ बोर्ड के साथ कोई बात नहीं होगी।
वसीम रिजवी बोले- ये सिर्फ झगड़ा करना चाहते हैं
शिया बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि यह शिया की मस्जिद है, इसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड की कोई दखल नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड अपना मुकदमा एक तरह से हार चुका है। अगर सुन्नी बोर्ड हमारे साथ खड़ा होना चाहते हैं तो आप आ सकते हैं, नहीं तो हम सुन्नी को अपने साथ बैठा कर बात करना भी नहीं चाहते हैं। अगर इकबाल यहां से उठ कर चले गए तो हम बिठाना भी नहीं चाहते। यह सिर्फ झगड़ा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कि जो लोग सिर्फ फसाद कराने बात कर रहे हों, ऐसे लोग देशद्रोही हैं।
नरेंद्र गिरि बोले- रिजवी के साथ बात हो चुकी है
आधे घंटे हुई बैठक के बाद अखाड़ा परिषद के अध्यश नरेंद्र गिरि ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम अयोध्या में पत्रकारों से बात करने के लिए आए थे। बाबा धरमदास तथा शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष वसीम रिजवी के साथ हमारी बात हो चुकी है, जिसमे इन लोगों की सहमति बन गई है कि अब जल्द ही दिल्ली में अपने वकीलों की बैठक कर इस पर मोहर लगा देंगे। उन्होंने कहा कि वसीम रिजवी ने उस स्थान पर राम जन्मभूमि मंदिर बनने की बात कही है। रही बात सुन्नी की तो इस बैठक मे इकबाल अंसारी से भी बात हुई, लेकिन शिया और सुन्नी को लेकर कुछ विवाद के कारण वो चले गए।
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