पूरा राम जन्मभूमि क्षेत्र केसरिया रंग से सजा :- पूरा राम जन्मभूमि क्षेत्र केसरिया रंग से सजाया गया है। पीले गेंदे के फूलों की लड़ी से पूरा अयोध्या सजाया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के शिष्य महंत कमल नयन दास ने कहाकि, “पीला एक शुभ रंग है। हिंदू परंपरा में, पीले रंग का उपयोग सभी समारोहों में किया जाता है। यह पवित्रता और प्रकाश का प्रतीक है।” कमल नयन दास ने कहा कि विभिन्न मंदिरों में होने वाले विभिन्न अनुष्ठानों का समापन बुधवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘भूमिपूजन’ में किया जाएगा।
हनुमान जी से आग्रह :- दूसरे दिन हनुमान गढ़ी मंदिर तक हनुमान जी की पूजा आरती की गई। और मंदिर निर्माण मैं किसी भी प्रकार से विघ्न बाधा न आए इसके लिए हनुमानजी से विनती की गई। वहीं रामजन्मभूमि परिसर वैदिक आचार्यों ने हनुमान चालीसा का पाठ के साथ राम चरित्र मानस का पाठ किया। हनुमानगढ़ी पर संतों के साथ विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक सदस्य दिनेश चंद्र मौजूद रहे।
हनुमान जी से वंदना विनती :- हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास के मुताबिक राम मंदिर का निर्माण कार्य हनुमानजी महाराज उस स्थान पर मौजूद न हो यह धर्म शास्त्र के अनुरूप नहीं है इसलिए मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन से पहले हनुमान जी से वंदना विनती की गई कि मंदिर निर्माण में किसी भी प्रकार से विघ्न बाधा ना आए। वही बताया कि हनुमानगढ़ी पर यह निशान 1700 सौ वर्षों से है जिसकी पूजा अर्चना अयोध्या के हर शुभ कार्य व त्यौहार पर किया जाता है।
अयोध्या में दीपोत्सव शुरू :- अयोध्या में सरयू घाट पर आंजनेय सेवा संस्थान मंगलवार और बुधवार को 2100 दीपों की महाआरती करेगा। कई मंदिरों में सोमवार से ही दीपोत्सव शुरू हो चुका है। तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने 5100 दीप जलाए तो उदासीन ऋषि आश्रम में हफ्तेभर से दीप जलाकर मंदिर निर्माण की शुरुआत की खुशी मनाई।
मंच पर बैठेंगे पांच लोग :- मंच पर जिन पांच लोगों को बैठना है उनमें से एक आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार शाम तक अयोध्या पहुंचेंगे। इसके अतिरिक्त मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ देंगी यूपी के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महंत नृत्य गोपाल दास।