21 फीट ऊंची बननी है मंदिर की प्लिंथ राम मंदिर निर्माण के लिए दो वर्ष (5 अगस्त 2020) पूरे हो चुके हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि, राममंदिर निर्माण के क्रम में अभी प्लिंथ, गर्भगृह व रिटेनिंग वॉल निर्माण का काम एक साथ चल रहा है। प्लिंथ 15 सितंबर तक तैयार हो जाएगी। मंदिर की प्लिंथ 21 फीट ऊंची बननी है। अब तक ग्रेनाइट के 13,500 पत्थर लग चुके हैं। 17 हजार पत्थर लगने हैं। अब तक 15500 पत्थरों की आपूर्ति हो चुकी है। और अगस्त से भूतल के स्तंभों को जोड़ने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
तीसरे तल पर क्या होगा ट्रस्ट मंथन जुटा अनिल मिश्र ने बताया कि, गर्भगृृह का प्रदक्षिणा मार्ग लगभग तैयार है। गर्भगृह में करीब 225 पत्थर बिछाए जा चुके हैं। मंदिर तीन तल का होगा प्रत्येक तल की ऊंचाई 20 फीट की होगी। बस जैसे ही गर्भगृह का निर्माण पूरा हो जाएगा, उसके साथ ही रामलला को विराजित कर दर्शन शुरू करा दिया जाएगा। और दूसरे व तीसरे तल पर काम जारी रहेगा। राम दरबार दूसरे तल पर स्थापित किया जाएगा। तीसरे तल के लिए अभी संशय है। ट्रस्ट मंथन जुटा हुआ है।
डेढ़ लाख भक्त एक साथ कर सकेंगे दर्शन डॉ. अनिल ने बताया कि, रामलला के दर्शन को अगर एक दिन में डेढ़ लाख भक्त भी पहुंच जाएं और उनको दिक्कत न हो ऐसी व्यवस्था की जा रही है। भीड़ से बचे इसलिए मंदिर का परिक्रमा पथ करीब 60 फीट चौड़ा बनाया जा रहा है। एक साथ हजारों लोग परिक्रमा कर सकेंगे।
रिटेनिंग वॉल की एक लेयर तैयार ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिर को भूकंप, बाढ़ आदि से सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा दीवार या रिटेनिंग वॉल बनाई जा रही है। एक लेयर तैयार हो चुकी है। यह करीब 40 फीट गहरी है। बताया कि मंदिर के तीन दिशाओं पश्चिम, उत्तर व दक्षिण में सुरक्षा दीवार का काम चल रहा है। यह दीवार दो लेयर में तैयार होगी। छह मीटर की एक लेयर तैयार हो चुकी है। बताया कि पश्चिम दिशा में 180 मीटर, उत्तर व दक्षिण दिशा में 85-85 मीटर चौड़ी सुरक्षा दीवार बन रही है।